22 साल बाद Skype पर ताला, Microsoft ने किया बड़ा ऐलान

भइया, अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो Skype पर घंटों बतियाते थे, तो अब चौंकने की बारी आ गई है! Microsoft ने बड़ा फैसला लेते हुए Skype को हमेशा के लिए बंद करने का प्लान बना लिया है। कंपनी मई 2025 से Skype को परमानेंट तरीके से बंद करने जा रही है। यानी अब वह नीले रंग का आइकन और वह खास ‘Skype कॉल ट्यून’ बस यादें बनकर रह जाएगी।

क्यों लिया Microsoft ने ये फैसला?

अब सवाल ये उठता है कि Microsoft को आखिर Skype को बंद करने की जरूरत क्यों पड़ी? असल में, कंपनी ने 2011 में Skype को 8.5 अरब डॉलर (यानी करीब 70,000 करोड़ रुपये) में खरीदा था। लेकिन इसके बाद धीरे-धीरे Skype की चमक फीकी पड़ती चली गई। खासकर, जब Microsoft ने साल 2017 में Teams लॉन्च किया, तब से Skype का क्रेज खत्म होने लगा। Microsoft ने Skype को Windows, Windows Phone और Xbox में इंटीग्रेट करने की कोशिश की, लेकिन यह फॉर्मूला भी काम नहीं आया।

Covid-19 में भी नहीं उभरा Skype

सोचिए, जब पूरी दुनिया कोविड-19 में लॉक थी और Zoom, Google Meet जैसे ऐप्स का क्रेज बढ़ रहा था, तब भी Skype गेम में टिक नहीं पाया।
Microsoft ने स्काइप को बचाने के लिए कई नए फीचर्स लॉन्च किए, जैसे Skype Clips और Copilot AI, लेकिन ये भी कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए।

अब क्या होगा Skype यूजर्स का?

अगर आप Skype यूजर हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। Microsoft आपको अपने नए प्लेटफॉर्म Teams पर शिफ्ट करने के लिए कहेगा। कंपनी की तरफ से यूजर्स को यह मैसेज दिखाया जाएगा कि “अपनी कॉल्स और चैट्स को Teams में जारी रखें।” इसमें यह भी बताया जाएगा कि आपके कुछ दोस्त पहले ही Teams पर शिफ्ट हो चुके हैं।

Skype का सफर: 2003 से 2025 तक

2003: Skype की लॉन्चिंग हुई, जिसने वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VOIP) की दुनिया में तहलका मचा दिया।
2011: Microsoft ने Skype को 8.5 अरब डॉलर में खरीद लिया।
2015: Windows 10 में Skype को इंटीग्रेट करने की कोशिश, लेकिन नाकामयाबी हाथ लगी।
2017: Microsoft Teams की एंट्री हुई, जिसने Skype की जगह लेना शुरू कर दिया।
2020: Covid-19 के दौरान भी Skype अपनी खोई हुई लोकप्रियता नहीं पा सका।
2025: Microsoft ने Skype को हमेशा के लिए बंद करने का ऐलान कर दिया।

Skype क्यों नहीं बच पाया?

Skype का सबसे बड़ा नुकसान यह रहा कि Microsoft ने इसे समय के साथ अपडेट करने में देरी कर दी। जहां Zoom और Google Meet ने वीडियो कॉलिंग को आसान बना दिया, वहीं Skype पुराने डिजाइन और फीचर्स में ही उलझा रहा।इसके अलावा, Teams ने भी Skype की लोकप्रियता को खत्म कर दिया। खासतौर पर, बड़ी कंपनियों ने Teams को ज्यादा पसंद किया क्योंकि इसमें बिजनेस के लिए ज्यादा अच्छे टूल्स मिलते हैं।

क्या Skype की वापसी होगी?

Microsoft का फैसला काफी पक्का नजर आ रहा है, लेकिन टेक्नोलॉजी की दुनिया में कुछ भी फिक्स नहीं होता। अगर Microsoft को लगेगा कि Skype अभी भी कमाई कर सकता है, तो हो सकता है कि वह इसे किसी नए अवतार में वापस लेकर आए।
लेकिन फिलहाल, Skype का सफर यहीं खत्म होता दिख रहा है। तो अगर आप भी Skype यूजर हैं, तो अब वक्त आ गया है कि Teams या किसी दूसरे प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट हो जाएं।

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