उत्तर प्रदेश के संभल जिले में स्थिति अभी तनावपूर्ण बनी हुई है। बता दें कि संभल जिले के शाही जामा मस्जिद में सर्वे शुरू होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने पथराव और आगजनी की घटना को अंजाम दिया था। जानकारी के मुताबिक अभी तक इस हिंसा में 3 लोगों की मौत हुई है और पुलिस ने 15 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है।
सर्वे शुरू होने के बाद हिंसा भड़की
संभल जिले में शाही जामा मस्जिद का सर्वे शुरू होने के बाद भीड़ ने पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के ऊपर पथराव करना शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों के इस हंगामे के बाद मस्जिद के सर्वे को रोका गया है। वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे थे। इसके साथ ही भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया था।
शाही जामा मस्जिद का सर्वे
संभल जिले में शाही जामा मस्जिद का सर्वे शुरू होने के बाद भीड़ ने पुलिसकर्मियों और अधिकारियों के ऊपर पथराव करना शुरू किया था। जानकारी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों के इस हंगामे के बाद मस्जिद के सर्वे को रोका गया है। वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे हैं। इसके साथ ही भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है।
पुलिस के जवान भी घायल
बता दें कि संभल पत्थरबाजी की घटना पर मंडल आयुक्त अनंजय कुमार सिंह ने बताया कि आज कोर्ट के आदेश से 7 बजे से 11 बजे तक सर्वे किया जाना था। लेकिन इस दौरान कुछ लोगों ने मस्जिद में मौजूद अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने अपने तरफ से कार्रवाई शुरू की थी। बता दें कि उपद्रव करने के आरोप में अब तक 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं तीन लोगों की मौत हुई है। मृतकों में नोमान,उम्र42, बिलाल,उम्र32 और नईम,उम्र 25 की पहचान हुई है।
संविधान से ऊपर कोई नहीं
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कानून और संविधान से ऊपर कोई नहीं होता है। उन्होंने कहा कि संभल में जो आज टीम गयी थी, कोर्ट के आदेश पर गयी थी। वहां पर समाजवादी पार्टी गुडंई,लूट आराजकता ,मवाली फैलाती है सब को पता है।
मौलाना ने कहा पत्थरबाजी सही नहीं
उत्तर प्रदेश के संभल में हुई पत्थरबाजी की घटना पर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने कहा कि पत्थरबाजी और तोड़फोड़ उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं संभल के मुसलमानों से अपील करता हूं कि वे इस्लाम की अमन-चैन की शिक्षा को बनाए रखें। जहां तक अदालती कार्यवाही का सवाल है, जामा मस्जिद हमारी है। इसकी मीनारें, दीवारें और गुंबद इस बात का सबूत हैं कि यह एक तारीखी मस्जिद है। हम कानून और मजबूत सबूतों के जरिए इस मामले से लड़ेंगे और इसमें सफलता हमारी ही होगी।”