राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर सोनिया गांधी की टिप्पणी से सियासी विवाद खड़ा हो गया है। बजट सत्र के दौरान राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सोनिया गांधी ने द्रौपदी मुर्मू को ‘Poor Lady’ कह दिया। उन्होंने संसद के बाहर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, “Poor Lady Was Tired At the End।” इस बयान को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधा और माफी की मांग की है।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि सोनिया गांधी का द्रौपदी मुर्मू के लिए किया गया बयान पूरी तरह से निंदनीय है। उन्होंने कहा कि इस तरह के शब्दों का जानबूझकर इस्तेमाल कांग्रेस पार्टी की गरीब-विरोधी और आदिवासी-विरोधी सोच को दर्शाता है।
नड्डा ने बोला कांग्रेस पर हमला
I and every @BJP4India Karyakarta STRONGLY CONDEMNS the usage of the phrase “poor thing” by Smt. Sonia Gandhi for Honourable President of India, Droupadi Murmu Ji. The deliberate usage of such words shows the elitist, anti-poor and anti-tribal nature of the Congress Party. I…
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) January 31, 2025
नड्डा ने कहा कि कांग्रेस की यह पुरानी आदत रही है कि वह संवैधानिक पद का अपमान करती है। उनकी मांग है कि कांग्रेस पार्टी राष्ट्रपति और भारत के आदिवासी समुदाय से बिना शर्त माफी मांगे। साथ ही, कांग्रेस को आदिवासी समुदाय से भी माफी मांगनी चाहिए।
राहुल गांधी ने क्या कहा?
#WATCH दिल्ली: संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने कहा, “…अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक गई थी…वे मुश्किल से बोल पा रही थीं…” pic.twitter.com/xT8AB1q6zD
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2025
संसद के बाहर राज्यसभा सांसद ने सोनिया गांधी को “झूठे वादे” कहकर आलोचना की। इसके बाद राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि भाषण “उबाऊ” था। इस पर सोनिया गांधी ने जवाब दिया, “अंत तक राष्ट्रपति बहुत थक चुकी थीं। वह मुश्किल से बोल पा रही थीं, बेचारी।” इस दौरान प्रियंका गांधी भी वहां मौजूद थीं, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं कहा।
राष्ट्रपति का कांग्रेस ने किया अपमानः BJP
बीजेपी ने गांधी परिवार पर हमला करते हुए कहा कि कांग्रेस के नेताओं की हालिया टिप्पणी देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान है। पार्टी के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह टिप्पणी कांग्रेस की “घटिया राजनीति और चरित्र” को दर्शाती है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “गांधी परिवार को यह बर्दाश्त नहीं हो रहा कि उनके परिवार से बाहर कोई व्यक्ति उच्च संवैधानिक पदों पर पहुंचे। यह अपमान हर भारतीय, हर आदिवासी और हर महिला का अपमान है। देश इसे सहन नहीं करेगा।”
क्या बोले रणदीप सुरजेवाला?
माननीय राष्ट्रपति जी का अभिभाषण ‘सरकारी पब्लिसिटी का निराशाजनक पुलिंदा’ बन कर रह गया है।
यह अभिभाषण एक हिंदी की लोकप्रिय कहावत को चरितार्थ करता है – “अंधा बाँटे सिरनी, मुड़ मुड़ अपनों को दे।”
राष्ट्रपति जी का अभिभाषण आज व भविष्य की चुनौतियों तथा समस्याओं का हल निकालने वाला…
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 31, 2025
कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह अभिभाषण सरकारी प्रचार का एक निराशाजनक रूप बनकर रह गया है। सुरजेवाला ने एक हिंदी कहावत का उदाहरण देते हुए कहा, “अंधा बांटे सिरनी, मुड़-मुड़ कर अपनों को दे।” उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का भाषण देश की वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों का समाधान पेश करने वाला होना चाहिए था, लेकिन इसमें जो महत्वपूर्ण बातें कहनी चाहिए थीं, वो नहीं कही गईं।
बेचारी राष्ट्रपति नहीं बल्कि राहुल है: पात्रा
VIDEO | Parliament Budget Session 2025: BJP National Spokesperson and MP Sambit Patra (@sambitswaraj) on Congress MP Sonia Gandhi’s ‘Poor Thing’ Remark over President’s address:
“Today is a historic day when the country’s President, Droupadi Murmu, presented a comprehensive… pic.twitter.com/ew1zJS5wMK
— Press Trust of India (@PTI_News) January 31, 2025
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सांसद, संबित पात्रा ने राष्ट्रपति से जुड़ी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “यह दुखद है कि सोनिया गांधी ने अभी हाल ही में राष्ट्रपति मुर्मू पर अनुचित टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति मुर्मू पूरे भाषण में थकी हुई लग रही थीं और उन्हें ‘बेचारी’ कह दिया। मैं साफ कहना चाहता हूं कि मुर्मू कभी भी ‘बेचारी’ नहीं हो सकतीं। अगर भारतीय राजनीति में कोई ‘बेचारा’ है, तो वह राहुल गांधी हैं। कांग्रेस उन्हें बार-बार आगे लाने की कोशिश करती है, लेकिन वे कभी भी सफल नहीं हो पाते।”
इस पर कांग्रेस की सांसद कुमारी शैलजा ने कहा, “हमेशा की तरह सरकार राष्ट्रपति से वही कहलवाती है जो वह चाहती है। हकीकत कुछ और होती है, लेकिन कुछ और कहा जाता है। जब धन्यवाद प्रस्ताव होगा, तो हम अपनी बात रखेंगे।”