श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति के बेटे योषिता राजपक्षे गिरफ्तार, भ्रष्टाचार का आरोप

श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के परिवार पर एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके बेटे योषिता राजपक्षे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि उन्होंने संपत्ति खरीदने में नियमों की अनदेखी की और भ्रष्टाचार किया। ये मामला तब का है, जब उनके पिता महिंदा राजपक्षे देश के राष्ट्रपति थे।

जानिए क्या है मामला?

योषिता राजपक्षे पर आरोप है कि उन्होंने 2015 से पहले अपने पिता के राष्ट्रपति रहते हुए सरकारी पद और सत्ता का दुरुपयोग किया। इस दौरान उन्होंने कथित रूप से कुछ संपत्तियां खरीदीं, जिसमें भ्रष्टाचार और कदाचार के संकेत मिले हैं। पुलिस ने उन्हें बेलिएट्टा से गिरफ्तार किया है। इससे पहले उनके चाचा और श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे से भी इसी मामले में पूछताछ की गई थी। अब योषिता की गिरफ्तारी के बाद मामले ने और तूल पकड़ लिया है।

कौन हैं योषिता राजपक्षे?

योषिता राजपक्षे, महिंदा राजपक्षे के दूसरे बेटे हैं। वे न सिर्फ एक राजनेता के बेटे हैं, बल्कि खुद भी कई क्षेत्रों में अपनी पहचान बना चुके हैं।

नौसेना में सेवा: योषिता श्रीलंका की नौसेना में लेफ्टिनेंट कमांडर रह चुके हैं।

खेलों में रुचि: वे श्रीलंका की राष्ट्रीय रग्बी टीम और नेवी एससी रग्बी टीम के कप्तान भी रहे हैं।

राजनीतिक अनुभव: उन्होंने श्रीलंका के प्रधानमंत्री के मुख्य कर्मचारी के रूप में भी काम किया है। इसके अलावा, वे राष्ट्रपति के सहायक भी रह चुके हैं।

महिंदा राजपक्षे ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

योषिता की गिरफ्तारी के साथ ही एक और बड़ी खबर आई। महिंदा राजपक्षे ने श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने मांग की है कि उनकी सुरक्षा को बहाल किया जाए। सरकार ने पिछले महीने उनकी सुरक्षा में बड़ी कटौती कर दी थी। पहले उनकी सुरक्षा में 350 कर्मी तैनात थे, लेकिन अब इसे घटाकर सिर्फ 60 कर दिया गया है। महिंदा राजपक्षे का कहना है कि उनका जीवन खतरे में है। उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि तमिल अलगाववादी संगठन एलटीटीई के खिलाफ उनके सख्त कदमों की वजह से वे निशाने पर हैं।

क्या है राजपक्षे परिवार पर लगे आरोपों की कहानी?

महिंदा राजपक्षे के परिवार पर पहले भी कई बार भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। उनके राष्ट्रपति रहते हुए उन पर सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं। इसके अलावा सत्ता में रहते हुए उनके परिवार के सदस्यों ने कई बड़े पदों पर कब्जा किया। अब उनके बेटे योषिता पर संपत्ति खरीद के मामले में गड़बड़ी का आरोप है। बता दें कि योषिता की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब श्रीलंका की राजनीति पहले ही उथल-पुथल में है। इतना ही नहीं गोटबाया राजपक्षे को हाल ही में इसी मामले में पुलिस ने बुलाकर सवाल पूछे थे। इसके बाद महिंदा राजपक्षे अपनी सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं।

राजपक्षे परिवार की राजनीतिक ताकत और विवाद

महिंदा राजपक्षे एक समय में श्रीलंका के सबसे ताकतवर नेताओं में से एक रहे हैं। उनके नेतृत्व में ही श्रीलंका ने एलटीटीई के खिलाफ लड़ाई जीतकर तीन दशक पुराने संघर्ष को खत्म किया था। लेकिन उनका कार्यकाल विवादों से भी भरा रहा। उनके परिवार पर सत्ता के दुरुपयोग, भ्रष्टाचार और सरकारी संसाधनों को निजी फायदे के लिए इस्तेमाल करने के आरोप लगते रहे हैं।

क्या होगा आगे?

योषिता राजपक्षे की गिरफ्तारी के बाद यह मामला और बढ़ सकता है। वहीं पुलिस इस मामले में और लोगों से पूछताछ कर सकती है। महिंदा राजपक्षे की सुरक्षा पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी इस पूरे विवाद में अहम भूमिका निभाएगा।

क्या राजपक्षे परिवार के लिए यह सबसे मुश्किल समय है?

योषिता की गिरफ्तारी और महिंदा राजपक्षे की सुरक्षा में कटौती, दोनों ही घटनाएं राजपक्षे परिवार के लिए बड़ा झटका हैं। जनता का विश्वास पहले ही इस परिवार पर से कम हो चुका है। इससे श्रीलंका की राजनीति में उनकी पकड़ कमजोर होती दिख रही है।

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