श्रीनगर में स्थित एशिया का सबसे बड़ा ट्यूलिप गार्डन इस साल मार्च के अंत तक खोलने की तैयारी में है। इस बार यहां करीब 17 लाख ट्यूलिप खिलेंगे, जिनमें दो नई किस्में पहली बार जोड़ी गई हैं। अब कुल 74 तरह के ट्यूलिप इस खूबसूरत बाग में देखने को मिलेंगे।
अधिकारियों के मुताबिक, हर साल की तरह इस बार भी कलर थीम पर खास ध्यान दिया जाएगा, ताकि बगीचे की सुंदरता और भी निखरकर आए। यह ट्यूलिप गार्डन केवल 25 से 30 दिनों के लिए ही खुला रहता है, क्योंकि ट्यूलिप खास तापमान में ही टिकता है। इसे ज्यादा समय तक खुला रखने के लिए ‘शिफ्ट टाइप’ रणनीति अपनाई जाती है, यानी ट्यूलिप को कुछ-कुछ अंतराल पर अलग-अलग क्यारियों में लगाया जाता है, ताकि उनकी खूबसूरती लंबे समय तक बनी रहे।
इस साल 17 लाख ट्यूलिप और दो नई किस्में शामिल
आसिफ अहमद, जो ट्यूलिप गार्डन में असिस्टेंट फ्लोरिकल्चर ऑफिसर हैं, बताते हैं कि यह बाग एक खास पर्यटक स्थल है और इसे जल्द ही लोगों के लिए खोला जाएगा। उनका कहना है कि हर साल वह ट्यूलिप गार्डन में कुछ नया जोड़ने की कोशिश करते हैं। इस बार उन्होंने एक नई कलर थीम तैयार की है और ट्यूलिप की दो नई किस्में भी शामिल की हैं, जिससे अब यहां कुल 74 तरह की ट्यूलिप खिलेंगी।
74 तरह के ट्यूलिप के साथ नई कलर थीम तैयार
ट्यूलिप गार्डन के असिस्टेंट फ्लोरिकल्चर ऑफिसर आसिफ अहमद का कहना है कि यह गार्डन हर साल पर्यटकों के लिए एक बड़ा आकर्षण रहता है और जल्द ही इसे फिर से खोला जाएगा। उन्होंने बताया कि वे हर साल गार्डन को और खूबसूरत बनाने की कोशिश करते हैं। इस बार वे एक नई रंग थीम लेकर आए हैं, जिससे गार्डन और भी खास दिखेगा।
इस साल ट्यूलिप की दो नई किस्में जोड़ी गई हैं, जिससे अब यहां कुल 74 किस्मों के ट्यूलिप खिलेंगे। इसके अलावा, गार्डन में डेफोडिल, हाइसिंथ, मस्करी और कई अन्य वसंत फूल भी मौजूद हैं। 55 हेक्टेयर में फैले इस गार्डन में इस साल 1.7 मिलियन ट्यूलिप बल्ब लगाए गए हैं। उम्मीद है कि इस साल पिछले साल की तुलना में अधिक पर्यटक इस खूबसूरत नज़ारे का आनंद लेने आएंगे।
17 लाख फूलों के बल्ब लगाए गए हैं
आसिफ अहमद के मुताबिक, इस बाग में ट्यूलिप के साथ-साथ डेफोडिल, हाइसिंथ, मस्करी और कई दूसरे वसंत के फूल भी खिलते हैं। इस साल यहां 17 लाख फूलों के बल्ब लगाए गए हैं। आसिफ बताते हैं कि पिछले साल सिर्फ 25 से 30 दिनों में करीब 4.65 लाख लोग इस गार्डन में आए थे। इस बार भी उम्मीद है कि यह संख्या और ज्यादा होगी।
कश्मीर में पर्यटन सीजन का विस्तार
इस साल हमारे गार्डन में 1.7 मिलियन ट्यूलिप खिलेंगे, जिन्हें पर्यटक आकर देख सकते हैं। गार्डन अब अपनी अधिकतम क्षमता के करीब पहुंच चुका है। इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्यूलिप गार्डन की शुरुआत 2007 में उस समय के मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने की थी, ताकि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन केवल गर्मी और सर्दी तक सीमित न रहे, बल्कि इसे और बढ़ाया जा सके।
पिछले साल 4.65 लाख पर्यटकों ने किया था दौरा
गार्डन की शुरुआत हॉलैंड से लाए गए 50,000 ट्यूलिप फूलों के साथ छोटे स्तर पर हुई थी। धीरे-धीरे यह पर्यटकों के बीच मशहूर होता गया और हर साल यहां आने वाले लोगों की संख्या बढ़ती रही। साथ ही, उद्यान में खिलने वाले ट्यूलिप की संख्या भी लगातार बढ़ी। पिछले साल यहां 4.65 लाख से ज्यादा घरेलू और विदेशी पर्यटक आए, जबकि 2023 में यह संख्या 3.65 लाख थी।