शेयर बाजार में हाहाकार, निवेशकों के डूबे 4 लाख करोड़ रुपये, जानें क्यों आई गिरावट?
सोमवार, 30 सितंबर 2024 को भारतीय शेयर बाजार में एक गंभीर गिरावट (Stock Market Crash) देखी गई। जिससे निवेशकों का कुल नुकसान 4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। निफ्टी 368 अंकों की गिरावट के साथ 25,810 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 1,272 अंकों की कमी के साथ 84,299 पर समाप्त हुआ। बैंक निफ्टी भी 856 अंकों की गिरावट के साथ 52,978 पर बंद हुआ।
इस गिरावट में ऑटो और PSU बैंक के शेयरों में सबसे अधिक नुकसान देखने को मिला। मिड और स्मॉलकैप इंडेक्स भी दिनभर दबाव में रहे, जिससे निवेशकों में चिंता का माहौल बढ़ गया। पिछले सप्ताह शेयर बाजार में तेजी का माहौल था, जब सेंसेक्स और निफ्टी लगातार नए रिकॉर्ड बना रहे थे। लेकिन अचानक इस गिरावट ने बाजार की गति को रोक दिया और दोनों इंडेक्स बुरी तरह टूट गए।
सेंसेक्स और निफ्टी का हाल
सेंसेक्स ने 85,571 के पिछले बंद के मुकाबले 85,208 पर कारोबार की शुरुआत की। कुछ ही मिनटों में यह 744.99 अंकों की गिरावट के साथ 84,824.86 के स्तर पर आ गया। वहीं, निफ्टी ने 26,178.95 के स्तर से गिरकर 26,061 पर ओपन किया और देखते ही देखते 211.75 अंकों की कमी के साथ 25,967.20 के स्तर पर पहुंच गया। बाजार के बंद होने पर निफ्टी 368 अंकों की गिरावट के साथ 25,810 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 1,272 अंकों की कमी के साथ 84,299 पर समाप्त हुआ। बैंक निफ्टी भी 856 अंकों की गिरावट के साथ 52,978 पर बंद हुआ।
इस गिरावट के संकेत पहले ही दिखाई देने लगे थे। जापान के बाजार में आई भारी गिरावट ने अन्य वैश्विक बाजारों को भी प्रभावित किया। निक्केई इंडेक्स में 1,850 अंकों की गिरावट देखी गई, जिससे जापान का बाजार 4.64 फीसदी नीचे आ गया। वहीं, चीन का शंघाई कंपोजिट इंडेक्स भी 4.89 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था।
क्यों आई गिरावट?
भारतीय शेयर बाजार में आई भारी गिरावट के पीछे कई महत्वपूर्ण वजहें बताई जा रही हैं। हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार, मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव को इस गिरावट का एक बड़ा कारण माना जा रहा है। हाल ही में इजरायल द्वारा हिजबुल्ला के नेता हसन नसरल्लाह की हत्या ने क्षेत्र में तनाव को बढ़ा दिया है, जिसके चलते वैश्विक बाजारों में भी अस्थिरता देखने को मिल रही है। कोरिया का कोस्पी इंडेक्स मामूली गिरावट पर था, लेकिन जापान और चीन के बाजारों की स्थिति ने भारतीय बाजार पर दबाव डाल दिया।
एक और कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की ओर से हो रही भारी बिकवाली है। 27 सितंबर को विदेशी निवेशकों ने करीब 1,209.10 करोड़ रुपये के शेयर बेचे थे। इसके अलावा, 30 सितंबर को भी बिकवाली की संभावना जताई जा रही है। इस बिकवाली को भी शेयर बाजार में गिरावट का एक प्रमुख कारण माना जा रहा है।
टॉप गेनर और लूजर स्टॉक्स
कारोबार की शुरुआत में, निफ्टी 50 में हिंडाल्को, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील और ब्रिटानिया जैसे स्टॉक्स टॉप गेनर के रूप में सामने आए। इसके विपरीत, हीरो मोटोकॉर्प, टेक महिंद्रा, कोल इंडिया, महिंद्रा एंड महिंद्रा और आईसीआईसीआई बैंक जैसे स्टॉक्स ने टॉप लूजर के रूप में पहचान बनाई।