क्या है स्पेस से वोट देने की प्रक्रिया?
1997 में टेक्सास ने एक विशेष कानून पारित किया था, जिसके तहत अंतरिक्ष में रह रहे नागरिकों को भी चुनावों में वोट देने का अधिकार मिला। इस कानून के अंतर्गत, अंतरिक्ष यात्री इलेक्ट्रॉनिक तरीके से वोट कर सकते हैं। यह कदम इसलिए उठाया गया क्योंकि NASA के कई अंतरिक्ष यात्री ह्यूस्टन, टेक्सास में रहते हैं और उनकी गैरमौजूदगी में उन्हें मतदान की सुविधा उपलब्ध करानी जरूरी थी।
अंतरिक्ष से वोट करने का तरीका काफी सीधा है। सबसे पहले, अंतरिक्ष यात्री सुनिश्चित करते हैं कि वे जिस चुनाव में हिस्सा लेना चाहते हैं, उसके लिए सभी जरूरी कागजी कार्रवाई पूरी कर चुके हों। इसके बाद, NASA का मिशन कंट्रोल सेंटर एक सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक बैलट अंतरिक्ष यात्री को भेजता है। यह बैलट उन्हें ईमेल के माध्यम से मिलता है। इसके बाद, अंतरिक्ष यात्री बैलट को भरते हैं और उसे पृथ्वी पर संबंधित काउंटी क्लर्क के कार्यालय में भेज देते हैं।
पहले भी स्पेस से डाले गए हैं वोट
इस प्रक्रिया की शुरुआत 1997 में डेविड वोल्फ द्वारा की गई थी, जो पहले अंतरिक्ष यात्री बने जिन्होंने अंतरिक्ष से वोट डाला। इसके बाद, कई अन्य अंतरिक्ष यात्रियों ने भी इसी प्रक्रिया का पालन किया। सुनीता विलियम्स ने 2016 और 2020 में भी अंतरिक्ष से वोट किया था।
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इस बार सुनीता और बुट्च को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी पृथ्वी पर वापसी की योजना में देरी हो गई है, और अब वे फरवरी 2025 तक ISS पर ही रहेंगे। बुट्च ने कहा, “यह यात्रा चुनौतीपूर्ण रही है, लेकिन हम हर दिन अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए तैयार हैं।”
अंतरिक्ष से ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस
बता दें अंतरिक्ष में फंसे एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने शनिवार (14 सितंबर, 2024) को एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान धरती से अपनी भावनाएं और अनुभव साझा किए। दोनों अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर 400 किमी की ऊंचाई पर मौजूद हैं और उन्होंने अपनी स्थिति पर ताजा अपडेट दिया।
सुनीता विलियम्स ने कहा – अंतरिक्ष मेरे लिए खुशी की जगह है
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान, सुनीता विलियम्स ने कहा कि अंतरिक्ष उनके लिए एक पसंदीदा स्थान है और यहाँ रहना उन्हें बहुत अच्छा लगता है। उन्होंने कहा, “अंतरिक्ष मेरे लिए खुशी की जगह है और मुझे यहाँ रहना बहुत पसंद है। हमने सोचा था कि हम स्टारलाइनर के जरिए जल्दी धरती पर लौटेंगे, लेकिन अब हमें इसके लिए अगले मौके का इंतजार करना होगा।”
सुनीता ने यह भी बताया कि उन्हें थोड़ी घबराहट हो रही है क्योंकि उनकी धरती पर वापसी की योजना में देरी हो गई है। उन्होंने कहा, “मेरे दिमाग में उन लोगों की छवियाँ हैं, जिनके साथ मुझे समय बिताना है, जैसे मेरी मां के साथ। मैं इस बात को लेकर चिंतित थी कि हम इस पतझड़ या सर्दियों में जो योजनाएं बनाई थीं, वे प्रभावित हो सकती हैं। लेकिन अंततः, सब कुछ ठीक हो गया और यह देरी हमें तैयारी के लिए और समय दे रही है।”
दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने बताया कि उन्हें अपने बोइंग स्टारलाइनर को धरती पर वापसी करते हुए देखना काफी निराशाजनक था। उनका कहना था कि स्टेशन जीवन में बदलाव इतना कठिन नहीं था क्योंकि वे पहले भी यहाँ रह चुके हैं।