sydney-pitch-15-wickets-icc-satisfactory-rating

सिडनी की पिच पर गिर गए 15 विकेट, फिर भी ICC ने दिया ‘Satisfactory’ रेटिंग, जानिए क्यों?

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी की आखिरी टेस्ट सीरीज का मुकाबला सिडनी में हुआ था। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने शानदार खेल दिखाते हुए 6 विकेट से जीत दर्ज की और सीरीज 3-1 से अपने नाम की। इस मैच को लेकर क्रिकेट जगत में काफी विवाद हुआ था, खासकर सिडनी की पिच को लेकर। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के दिग्गज खिलाड़ियों ने इस पिच को लेकर अपनी नाखुशी जताई थी, लेकिन फिर भी ICC ने इसे ‘Satisfactory’ यानी संतोषजनक रेटिंग दे दी है। आइए जानते हैं, क्या था पूरा मामला और क्यों यह पिच चर्चा में रही।

सिडनी की पिच पर एक के बाद एक गिरे विकेट

सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस टेस्ट मैच में पिच ने ऐसा खेल दिखाया, जिसे देखकर कोई भी हैरान हो सकता था। मैच के पहले दिन 11 विकेट गिरे और दूसरे दिन तो 15 विकेट गिरने से स्थिति और भी विवादित हो गई। आमतौर पर सिडनी की पिच बल्लेबाजों के लिए जानी जाती है, लेकिन इस बार यह पिच बिल्कुल अलग नज़र आई। यहां बल्लेबाजों के लिए रन बनाना तो दूर, एक-एक गेंद खेलना भी मुश्किल हो रहा था।

सिडनी के इस मैच ने इतिहास में अपना नाम दर्ज किया, क्योंकि यह मैच महज ढाई दिनों में खत्म हो गया। 1141 गेंदों में समाप्त हुए इस मैच को पिछले 94 सालों में सबसे छोटा टेस्ट मैच माना गया। यह मैच इस वेन्यू पर खेले गए तीसरे सबसे छोटे मैच के रूप में दर्ज हुआ। इससे पहले साल 1931 में ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच हुआ मैच 1184 गेंदों में समाप्त हुआ था। वहीं 1985 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच हुआ मुकाबला तो 911 गेंदों में खत्म हो गया था।

ग्लेन मैक्ग्रा और सुनील गावस्कर का ऐतराज़

सिडनी की पिच पर इस तरह के विकेट गिरने के बाद क्रिकेट जगत के दिग्गज खिलाड़ियों ने हैरानी जताई और इस पिच की आलोचना की। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा ने कहा कि उन्हें पिछले कई सालों में सिडनी की ऐसी पिच कभी नहीं देखने को मिली। उन्होंने कहा कि इस पिच ने गेंदबाजों को स्विंग और सीम मूवमेंट की भरपूर मदद दी, जिसके चलते बल्लेबाजों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा।

वहीं, भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी इस पिच पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “अगर भारत में एक दिन में 15 विकेट गिर जाए, तो पूरे क्रिकेट जगत में रोना-धोना मच जाता है।” गावस्कर ने इसे बहुत खराब पिच बताया और यहां तक कह दिया, “इतनी घास थी कि अगर किसी गाय को छोड़ दिया जाए, तो वो आराम से चारा खा सकती थी।” उन्होंने इस पिच को टेस्ट क्रिकेट के लिए अनुपयुक्त भी बताया।

सिर्फ भारतीय ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया के ओपनर उस्मान ख्वाजा ने भी इस पिच को बहुत मुश्किल बताया। ख्वाजा ने कहा कि इस पिच पर बल्लेबाजी करना किसी भी बल्लेबाज के लिए चुनौतीपूर्ण था।

ICC ने क्यों दी ‘Satisfactory’ रेटिंग?

इसके बावजूद ICC ने इस पिच को ‘Satisfactory’ यानी संतोषजनक रेटिंग दी है, जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक बड़ा सवाल बन गया है। ICC द्वारा पिच की रेटिंग छह कैटगरी में दी जाती है:

Very Good – इसका मतलब है कि पिच पर गेंद और बल्ले के बीच संतुलन था।

Good – पिच पर गेंदबाजों को थोड़ी ज्यादा मदद मिली, लेकिन खेल में कोई असंतुलन नहीं था।

Average – इसका मतलब है कि पिच पर खेल लायक था, लेकिन गेंद और बल्ले के बीच सही संतुलन नहीं था।

Below Average – पिच को पक्षपाती माना जाता है और एक डिमेरिट पॉइंट दिया जाता है।

Poor – पिच असुरक्षित होती है और इसे पक्षपाती माना जाता है, तीन डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं।

Unfit – पिच खेल के लिए असुरक्षित मानी जाती है और पांच डिमेरिट पॉइंट मिलते हैं।

सिडनी की पिच को ‘Satisfactory’ रेटिंग दी गई, जबकि क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि इसे ‘Poor’ रेटिंग मिलनी चाहिए थी। ‘Poor’ रेटिंग मिलने से पिच पर तीन डिमेरिट पॉइंट लगते हैं, और इसे असुरक्षित मान लिया जाता है। लेकिन, ICC ने इस पिच को संतोषजनक करार दिया, जिससे क्रिकेट जगत में असमंजस की स्थिति बन गई।

क्या है सिडनी की पिच की समस्या?

सिडनी की पिच पर इस तरह के विकेट गिरने के कई कारण हो सकते हैं। सबसे महत्वपूर्ण कारण था पिच पर छोड़ी गई घास। इस घास ने गेंदबाजों को सीम मूवमेंट और स्विंग की मदद दी, जिससे बल्लेबाजों को रन बनाना मुश्किल हो गया। आमतौर पर सिडनी की पिच बल्लेबाजों के लिए आरामदायक मानी जाती है, लेकिन इस बार यह पिच बल्लेबाजों के लिए नाइटमेयर बन गई।

इस पिच पर गेंदबाजों को पूरी तरह से हावी होते हुए देखा गया, और दोनों टीमों के बल्लेबाज लगातार विकेट गंवाते रहे। सिडनी के इस मैच ने इस बात को साबित किया कि टेस्ट क्रिकेट में पिच का बहुत बड़ा असर होता है, और खेल के परिणाम को प्रभावित कर सकता है।

यह भी पढ़े: