पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम में आयोजित वीर बाल दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री मोदी ने वीर बाल दिवस के अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि यह दिन हमें यह सिखाता है कि चाहे कोई भी कठिनाई सामने आए, देश और देश की भलाई से बड़ा कुछ नहीं होता। जो भी काम हम देश के लिए करते हैं, वह वीरता है।
आज के ही दिन साहिबजादों ने दिया था बलिदान
पीएम मोदी ने कहा ‘26 दिसंबर का दिन वो दिन है जब साहिबजादों ने छोटी सी उम्र में अपने प्राणों की आहुति दे दी थी। साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह की उम्र बहुत कम थी, लेकिन उनका साहस बहुत बड़ा था। उन्होंने मुगलों के हर लालच को नकारा और हर अत्याचार को सहा। जब उन्हें दीवार में चिनवाने का आदेश मिला, तो साहिबजादों ने इसे वीरता से स्वीकार किया। उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी, लेकिन अपनी आस्था से कभी समझौता नहीं किया। वीर बाल दिवस हमें ये सिखाता है कि चाहे हालात जैसे भी हों, देश और देशहित से बढ़कर कुछ नहीं होता। देश के लिए किया गया हर काम वीरता की मिसाल है।
पीएम मोदी ने वीरता पुरस्कार से सम्मानित बच्चों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा, ‘मैं इन बच्चों को और उनके परिवारों को बधाई देता हूं और उन्हें देश की ओर से शुभकामनाएं भेजता हूं।’
यह भी पढ़े: वीर बाल दिवस पर 17 बच्चों को मिलेगा अवार्ड, जानिए क्या है ये पुस्कार और इसके पीछे की कहानी
1996 में हुई थी वीर बाल दिवस की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘आज हम तीसरे वीर बाल दिवस के कार्यक्रम में शामिल हुए हैं। हमारी सरकार ने साहिबजादों के बलिदान और वीरता को याद करने के लिए इस दिन को मनाने की शुरुआत की थी। आज 17 बच्चों को बहादुरी, नवाचार, विज्ञान, खेल, और कला जैसे क्षेत्रों में पुरस्कार मिल रहे हैं। इन बच्चों ने यह साबित कर दिया है कि भारत के युवा और बच्चे कितने सक्षम हैं। मैं उन्हें और उनके परिवारों को ढेर सारी बधाई देता हूं।’
युवाओं के लिए अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव मिलना जरूरी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘हम यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि हमारे युवा सिर्फ किताबों तक सीमित न रहें। इसके लिए 10,000 से ज्यादा अटल थिंकिंग लैब्स बनाई गई हैं, ताकि बच्चों को नया सोचने और सीखने के अवसर मिल सकें। साथ ही, ‘मेरा युवा भारत’ अभियान शुरू किया गया है, जिससे हमारे युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ अलग-अलग क्षेत्रों में व्यावहारिक अनुभव भी मिले।’
उन्होंने बताया ‘आज देश की एक और बड़ी प्राथमिकता है फिट रहना। अगर देश का युवा स्वस्थ होगा, तभी देश सक्षम बन सकेगा। इसी लिए ‘फिट इंडिया’ और ‘खेलो इंडिया’ जैसे आंदोलन चलाए जा रहे हैं। स्वस्थ युवा पीढ़ी ही स्वस्थ भारत बना सकती है। इस सोच को लेकर आज ‘सुपोषित ग्राम पंचायत अभियान’ की शुरुआत की जा रही है, जो पूरी जनता के साथ मिलकर आगे बढ़ेगा। हमारा उद्देश्य है कि सुपोषित ग्राम पंचायतें ही एक विकसित भारत का आधार बनें।’
यह भी पढ़े: