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बाइपरजॉय चक्रवात (Biparjoy Cyclone) के लैंडफॉल के बाद धीरे-धीरे इसके प्रभाव सामने आ रहे हैं। कच्छ और सौराष्ट्र के तट पर भूस्खलन के बाद आज राज्य के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। हालांकि इसके लिए सिस्टम पहले ही तैयार कर लिया गया था। राज्य सरकार की योजना और एहतियाती उपायों से गुजरात से एक बड़ी आपदा टल गई है। संभावित आपदा और चक्रवात के प्रभाव के कारण राज्य सरकार ने 1 लाख से अधिक लोगों कà¥

कच्छ से टकराया चक्रवात बिपोरजॉय फिलहाल जाखू से 20 किमी दूर है। मौसम विभाग का अनुमान है कि तूफान की आंख का एक छोटा सा हिस्सा जाखू बंदरगाह तक पहुंच गया है. फिलहाल तूफान की हवा की गति 115 किमी प्रति घंटे से 120 किमी प्रति घंटे के बीच है।यह भी पढ़े: Biparjoy Cyclone Update: भारत है तैयार, पाकिस्तान बेहाल…तूफान की आंख से 50 किमी तक का क्षेत्र शांत होता हैमौसम विभाग के अनुसार जब तूफान जाखौ बंदरगाह से टकराएगा तो उस

चक्रवात बिपोरजॉय गुजरात के तट को छू चुका है और तटीय क्षेत्रों सहित पूरे राज्य में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश कर रहा है। चक्रवात बिपोरजॉय के कारण पोरबंदर और वेरावल संभाग में भारी तबाही देखी जा रही है। जैसा कि पोरबंदर-वेरावल में लिखा जा रहा है, तेज बारिश और तेज हवाओं के साथ शाम के 7:30 बज रहे हैं। हमने वेरावल के समुद्र तट पर बैठे कुछ मछुआरे युवकों से बात कर मौजूदा स्थिति जानने की कोशिश की

कच्छ भूकंप से लेकर राज्य के तट पर आने वाले चक्रवातों जैसी गंभीर प्राकृतिक आपदाओं तक, गुजरात ने हमेशा आपदा प्रबंधन का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रदान किया है। जैसा कि चक्रवात बिपरजोय आज गुजरात के तटीय क्षेत्रों से टकराने वाला है, मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के मजबूत नेतृत्व में राज्य सरकार ने तूफान से निपटने और लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सभी तैयारियां कर ली हैं। राज्य सरकार के विभिन्à¤

चक्रवात बिपारजॉय आज शाम कच्छ के मांडवी और पाकिस्तान के कराची के बीच लैंडफॉल करने वाला है… इस चक्रवात के भारत और पाकिस्तान दोनों में कहर बरपाने ​​की आशंका है.. दोनों देशों ने अपने-अपने देशों में बिपार्जॉय के प्रभाव से निपटने की तैयारी कर ली है।  एक तरफ जहां खुद प्रधानमंत्री मोदी भारत में biparjoy की जानकारी लेकर इस पर नजर रख रहे हैं.. तो वहीं खुद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बैठकों का दौà

चक्रवाती तूफान Biporjoy के बेहद गंभीर रूप लेने के बाद मौसम विभाग ने कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है। तूफान की वजह से अरब सागर में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इसका असर जमीन से लेकर आसमान तक नजर आता है। गुजरात, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र और लक्षद्वीप के तटीय क्षेत्रों में तबाही की संभावना अधिक है। खराब मौसम के कारण मुंबई में कई उड़ानें भी प्रभावित हुईं।यह भी पढ़े: जानिए तूफान के दौरान चेतावन

तट के साथ बहने वाली हवा की गति के आधार पर बंदर पर विभिन्न संख्या में सिग्नल लगाए जाते हैं। जिसमें खास तौर पर 1 से 12 तक के सिग्नल लगाए जा रहे हैं। जिसके आधार पर समुद्र में नाव, स्टीमर, जहाज चालक को पता चलेगा कि समुद्र कितना पागल होगा। सिग्नल में संख्या बढ़ने पर तूफान की तीव्रता बढ़ना माना जाता है।यह भी पढ़े: बेहद गंभीर हो सकता है चक्रवात ‘Biporjoy’,सात राज्यों में बढ़ा खतरा, IMD ने दी चेतावनीसिग्नà¤