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रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तवांग में चीनी अतिक्रमण के खिलाफ भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना की है। FICCI में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि गलवान हो या तवांग, भारतीय सेना ने हमेशा अपने पराक्रम को साबित किया है।उन्होंने दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के बीच अंतर की ओर भी इशारा किया। 1949 में चीन की जीडीपी भारत की तुलना में कम थी, फिर भी भारत 1980 तक दुनिया की 10 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थà¤

गलवान घाटी में भारत-चीन सैन्य झड़प की घटना दोहराई गई है। 9 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में एक बार फिर भारत-चीन के सैनिक भिड़ गए। इसमें 30 जवानों के घायल होने की बात कही गई। अब इस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बयान दिया है। (‘कोई मौत नहीं, कोई बड़ी चोट नहीं’: LAC झड़पों पर लोकसभा में राजनाथ)राजनाथ सिंह ने कहा कि नौ दिसंबर 2022 को पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के सैनिकों ने अरुणाचल प्रदेश कà¥

देश की राजनीति में कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनकी जिंदा और मरने के बाद दोनों ही तरह की छवि हमेशा सफेद की तरह पवित्र रही है। दिवंगत मनोहर पर्रिकर भी ऐसे ही नेताओं में गिने जाते थे। मनोहर पर्रिकर ने गोवा के मुख्यमंत्री से देश के रक्षा मंत्री का पदभार संभाला। लेकिन वे हमेशा सादगी और संयम से रहते थे। मनोहर पर्रिकर हमेशा अपनी ईमानदारी, साफ छवि और सादा जीवन के लिए जाने जाते थे। चार बार गोवा के मà