Tag: Dharambhakti
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Mauni Amavasya in Mahakumbh: महाकुंभ में कल मौनी अमावस्या के दिन होगा तीसरा अमृत स्नान, तैयारियां पूरी
महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार मौनी अमावस्या होता है। इस दिन प्रयागराज में रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है
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Environment Baba in Mahakumbh: महाकुंभ से एनवायरनमेंट बाबा का संदेश, ‘सांसे हो रही हैं कम, आओ पेड़ लगाएं हम’
एनवायरनमेंट बाबा उर्फ़ गोल्डन बाबा पिछले कई वर्षों से पर्यावरण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने इसकी शुरुआत साल 2010 से की।
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Dharm Sansad in Mahakumbh: सनातन बोर्ड बनने से मंदिरों के धन का रुकेगा दुरुपयोग, हिन्द फर्स्ट से बोले देवकी नंदन ठाकुर
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में सम्मिलित होने के लिए यहां पधारे कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने हिन्द फर्स्ट से एक विशेष बातचीत में आशा जताई
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Shattila Ekadashi 2025: षटतिला एकादशी आज, ऐसे करें भगवान विष्णु को प्रसन्न
षटतिला एकादशी व्रत के बाद 26 जनवरी को पारण होगा। पारण का समय द्वादशी के दिन सुबह 07:27 बजे से सुबह 09:50 तक है।
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Mamta Kulkarni : अभिनेत्री ममता कुलकर्णी बनीं किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर, किया पिंडदान, ममता नंद गिरि हुआ नया नाम
ममता कुलकर्णी को 24 जनवरी को आधिकारिक तौर पर एक भव्य समारोह में महामंडलेश्वर घोषित किया जाएगा। इस दिन के अनुष्ठानों में पवित्र संगम पर पिंडदान करना शामिल है।
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Amrit Snan in February: फरवरी महीने की इन तिथियों पर होगा महाकुंभ में अमृत स्नान, जानें इन दिनों का महत्व
महाकुंभ 2025 में अगला अमृत स्नान 3 फरवरी को बसंत पंचमी के दिन आयोजित होगा। बसंत पंचमी, मां सरस्वती का दिन है और लोग ज्ञान पाने की कामना करते हैं
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Mauni Amavasya 2025: मौनी अमावस्या में जरूर करें इन पेड़ों की पूजा, दुःख और निर्धनता का होगा नाश
मौनी अमावस्या, मौन और ध्यान के माध्यम से आंतरिक शांति और उच्च चेतना से जुड़ने का दिन है। यह दिन माघ या कुम्भ मेले की शुभ अवधि के दौरान आता है,
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Saraswati Puja 2025: 2 या 3 फरवरी कब है सरस्वती पूजा? जानें सही तिथि
विद्यार्थियों और शिक्षा और सीखने के क्षेत्र में लगे लोगों के लिए, मां सरस्वती सर्वोच्च देवी हैं। सफ़ेद कपड़े पहने एक शांत आकृति के रूप में चित्रित, वह एक हंस की सवारी करती है
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Mahakumbh 2025: समुद्र मंथन से निकले अमृत का प्रयागराज से है सीधा संबंध, जानिए कैसे?
समुद्र का मंथन, अमृत और अन्य दिव्य खजाने प्राप्त करने के लिए हुआ था। कथाओं के अनुसार, ऋषि दुर्वासा के श्राप के कारण देवताओं ने अपनी शक्ति खो दी
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Kumbh Mela: प्रयाग, हरिद्वार और नासिक में कुंभ तो उज्जैन में सिंहस्थ क्यों? जानिए इसका ज्योतिषीय कारण
तीर्थयात्री अपने पापों को धोने और मोक्ष प्राप्त करने के लिए पवित्र नदियों में डुबकी लगाते हैं। मेले में साधुओं और अखाड़ों द्वारा आध्यात्मिक प्रवचन, अनुष्ठान और जुलूस शामिल होते हैं।
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Magh Gupt Navratri 2025: इस दिन से शुरू हो रही गुप्त नवरात्रि, जानिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त व पूजन विधि
इस वर्ष माघ गुप्त नवरात्रि गुरुवार 30 जनवरी से शुरु होकर शुक्रवार 7 फरवरी को समाप्त होगी। माघ गुप्त नवरात्रि दिव्य मार्गदर्शन चाहने वाले भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती है।
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Basant Panchami 2025 : सरस्वती माता को इन 5 चीजों का जरूर लगाएं भोग , मिलेगी सफलता
पीला रंग समृद्धि, ऊर्जा और ज्ञान का प्रतीक है, जो इसे बसंत पंचमी के लिए एक पवित्र रंग बनाता है। देवी सरस्वती को ताजे पीले फूल, जैसे गेंदा या सरसों के फूल चढ़ाएं।