जम्मू-कश्मीर में गांदरबल जिले में हुए आतंकी हमले में लश्कर-ए-तैयबा की शाखा “द रेजिस्टेंस फोर्स” (टीआरएफ) का हाथ बताया जा रहा है। यह हमला पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को समर्थन देने और अंतरराष्ट्रीय दबाव से बचने की एक रणनीति का हिस्सा है। टीआरएफ का लक्ष्य कश्मीर में फिर से 90 के दशक जैसी स्थिति लाना और गैर-कश्मीरी लोगों को निशाना बनाना है।