आजाद ने अपने भाषण में यह भी कहा कि वह कभी भी झूठी आशाएँ नहीं देंगे और न ही अवास्तविक वादे करेंगे। उन्होंने कहा, “कुछ लोग झूठ के अभ्यस्त हो गए हैं और उन झूठों के आधार पर मतदान कर रहे हैं। मैं हमेशा सच बोलता हूँ, जिसे कुछ ही लोग समझ पाते हैं।”
आजाद ने अपने भाषण में यह भी कहा कि वह कभी भी झूठी आशाएँ नहीं देंगे और न ही अवास्तविक वादे करेंगे। उन्होंने कहा, “कुछ लोग झूठ के अभ्यस्त हो गए हैं और उन झूठों के आधार पर मतदान कर रहे हैं। मैं हमेशा सच बोलता हूँ, जिसे कुछ ही लोग समझ पाते हैं।”