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New Delhi : कांग्रेस नेता राहुल गांधी मानहानि मामले में सजा के खिलाफ आज सूरत कोर्ट में याचिका दाखिल करने वाले हैं. इस मामले में सजा सुनाए जाने के 11 दिन बाद वह सेशंस कोर्ट में याचिका दाखिल करने जा रहे हैं. राहुल कोर्ट में रेग्यूलर बेल के लिए भी अर्जी दाखिल करेंगे. उनके सूरत रवाना होने से पहले कांग्रेस नेता और उनकी बहन प्रियंका गांधी उनसे मिलने राहुल के घर पहुंचीं. इससे पहले सोनिया गांधी ने भà¥

लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल गांधी की उम्मीदवारी रद्द कर दी है। राहुल गांधी को मोदी उपनाम पर की गई टिप्पणी के लिए दो साल की सजा सुनाई गई है। कहा जा रहा है कि माफी मांगकर इस मामले को सुलझाया जा सकता था। लेकिन अब इसको लेकर राहुल गांधी ने बयान दिया है।इस समय राहुल गांधी और उनके सांसद के मुद्दे को लेकर देश में माहौल काफी गरमा गया है। राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की है जबकि बीजेà

गुजरात की सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को आपराधिक मानहानि के मामले में दोषी पाए जाने के बाद उनकी संसदीय सदस्यता रद्द कर दी गई है।संसद से अयोग्य घोषित होने के बाद राहुल गांधी 25 मार्च शनिवार को पहली बार मीडिया के सामने आए. उन्होंने कहा कि भारत के लोकतंत्र पर हमले हो रहे हैं, रोज नए उदाहरण देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा, “अडानी की एक शेल कंपनी है, किसी ने इसमें 20,000 करोड़ रुपये का निवेश क

Rahul Gandhi No Longer An MP Now: राहुल गांधी को सूरत (Surat) की अदालत ने मानहानि मामले में दो साल की सजा सुनाई है। उन्हें जमानत मिल चुकी थी। फिर लोकसभा सचिवालय ने उन्हें संसद सदस्यता से अयोग्य करार दे दिया। जानते हैं कि राहुल के सामने अब क्या विकल्प हैं? नियम क्या कहते हैं?2013 में सुप्रीम कोर्ट ने लोक-प्रतिनिधि अधिनियम 1951 को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। कोर्ट ने इस अधिनियम की धारा 8(4) को असंवैधानिक करार दे दà

सूरत जिला अदालत ने मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई है और उन्हें जमानत भी दे दी है। लेकिन इसके चलते उनका सांसद सदस्यता रद्द हो गया है। राहुल गांधी दो साल की जेल के साथ सांसद के रूप में स्वतः अयोग्य हो गए है। ऐसे में राहुल गांधी के पास अपने सांसद को बचाने का एक ही विकल्प बचा है। अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, सदस्यता बचाने के लिए अब अदालत राहुल गांधी के लिए अंतिम उपाà

Rahul Gandhi Disqualified:  राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द होने पर राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत (Rajasthan CM Ashok Gehlot) ने दुख जताते हुए सरकार के फैसले की आलोचना की.  अशोक गहलोत ने कहा, राहुल विपक्ष की आवाज हैं और अब यह आवाज इस तानाशाही के खिलाफ और मजबूत होगी. सीएम (CM) ने कहा राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की लोकसभा सदस्यता खत्म करना तानाशाही का एक और उदाहरण है. बीजेपी ये ना भूले कि यही तरीका उन्होंने इंदिरा गांधी के खिलाफ अपनाà¤