हिन्दू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है। हर मास के कृष्ण व शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन प्रदोष व्रत रखा जाता है। इस दिन भगवान शिव की विशेष उपासना का विधान है और उनकी पूजा प्रदोष काल अर्थात सूर्यास्त्र के बाद की जाती है। पौष मास में प्रदोष व्रत के दिन मासिक शिवरात्रि व्रत का भी अद्भुत संयोग बन रहा है। ऐसे में इस व्रत का महत्व और अधिक बढ़ा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसà¤
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