Tag: Space Mission
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इसरो का गेम चेंजर मिशन साबित होगी ये नई तकनीक, चंद्रयान-4 में भी करेगी मदद
इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने बताया कि पीएसएलवी-सी60 मिशन के तहत स्पेस डॉकिंग तकनीक का सफल परीक्षण किया गया, जो चंद्रयान-4 और भारत के अंतरिक्ष स्टेशन के लिए मददगार होगी
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सुनीता विलियम्स की वापसी के लिए नासा के पास केवल दो प्लान, ऐसा हुआ तो सिर्फ 96 घंटे के ऑक्सीजन के साथ फंस जाएंगी स्पेस में!
अंतरिक्ष में फंसीं अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर की वापसी की तारीख अब भी अनिश्चित है। करीब दो महीने पहले, 5 जून को, ये दोनों अंतरिक्ष यात्री बोइंग के स्टारलाइनर कैप्सूल के माध्यम से अंतरिक्ष स्टेशन के लिए रवाना हुए थे। हालांकि, कैप्सूल में तकनीकी समस्याओं के चलते वे अब…
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भारत ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया अपना पहला रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट ‘RHUMI-1’
भारत ने शनिवार को एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष मिशन में सफलता प्राप्त की जब उसने चेन्नई के थिरुविदंधई से अपना पहला रियूजेबल हाइब्रिड रॉकेट ‘RHUMI-1’ लॉन्च किया। यह मिशन तमिलनाडु स्थित स्टार्ट-अप स्पेस ज़ोन इंडिया और मार्टिन समूह की साझेदारी का परिणाम है। ‘RHUMI-1’ रॉकेट को एक मोबाइल लॉन्चर के माध्यम से सब-ऑर्बिटल ट्रैजेक्टरी (suborbital trajectory)…
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GAGANYAAN: जानिए क्या है गगनयान मिशन? क्यों है भारत के लिए महत्वपूर्ण?
राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। GAGANYAAN: इसरो इस समय नासा को टक्कर देने वाले मिशनों को अंजाम दे रहा है। पहले मंगल, फिर सूर्य और अब एक और मिशन की तैयारी चल रही है। हम बात कर रहे हैं गगनयान मिशन (GAGANYAAN) की। भारत अब अंतरिक्ष में इंसान भेजने जा रहा है। मिशन गगनयान भारत का एक विशेष…
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Aditya-L1 Mission Live Updates: भारत ने अंतरिक्ष में रचा इतिहास, मंजिल लैग्रेंज प्वाइंट-1 पर पहुंचा आदित्य एल-1, PM Modi ने दी बधाई
Aditya-L1 Mission Live Updates: इसरो द्वारा लॉन्च किया गया आदित्य एल1 अपने गंतव्य तक पहुंच गया है। इससे भारत अब सूर्य का अध्ययन कर सकेगा। आदित्य एल-1 (Aditya-L1) अब एल-1 पॉइंट पर पहुंच गया है। सूर्य के L-1 बिंदु को हेलो ऑर्बिट कहा जाता है। आपको बात दें कि 2 सितंबर, 2023 को इसरो ने…
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XpoSAT Satellite Explained: लॉन्च हुआ इसरो का पहला ब्लैक होल मिशन, जानिए इसकी खासियत और सब कुछ…
आज लॉन्च किया गया इसरो (ISRO) का ‘XPoSat’ सैटेलाइट. इस मिशन के जरिए ब्लैक होल जैसी खगोलीय संरचनाओं के पीछे के रहस्य को सुलझाने की कोशिश है। ये प्रक्षेपण अक्टूबर में गगनयान परीक्षण वाहन ‘D1 mission’ की सफलता के बाद किया गया है। मिशन का जीवनकाल (life span) लगभग पांच वर्ष का होगा। ये भारत…