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कंज्यूमर्स (उपभोक्ताओं) को बाजार का किंग कहा जाता है। सबसे महत्वपूर्ण कारक माना जाता है। कंस्यूमर केवल उचित मूल्य पर शुद्धता के साथ क्वालिटी प्रोडक्ट की अपेक्षा करते हैं। उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए कंस्यूमर एक्ट बनाया गया है। इसकी मदद से ग्राहक अपने अधिकारों की रक्षा कर सकता है और बेईमान व्यापारी द्वारा धोखाधड़ी की शिकायत भी कर सकता है।15 मार्च को वर्ल्ड कंज्यूमर डे के र

देश के पूर्व प्रधान मंत्री और किसान नेता चौधरी चरण सिंह की जयंती 23 दिसंबर को भारत में ‘शेतकारी दिवस’ मनाया जाता है। भारत मुख्य रूप से गांवों का देश है और गांवों में रहने वाली अधिकांश आबादी किसान है और कृषि उनका आय का मुख्य स्रोत।अभी भी भारत की 70% आबादी कृषि आय पर निर्भर है। भारत में किसानों को भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ माना जाता है। किसानों के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हर साल 23 दिसं

चाय के दीवाने पूरी दुनिया में हैं। लेकिन भारत में चाय के प्रति प्रेम कुछ ज्यादा ही है। यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि चाय भारत का राष्ट्रीय पेय है। इतना ही नहीं, भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चाय उत्पादक देश भी है।एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत विश्व में चाय का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। सर्वे के मुताबिक चाय का कारोबार सालाना करीब तेरह हजार करोड़ रुपए का था। आज टी डे के मौके पर

ह्यूमन राइट्स दिवस हर साल 10 दिसंबर को मनाया जाता है, जिस दिन संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1948 में  ह्यूमन राइट्स की सार्वभौमिक घोषणा (यूडीएचआर) को अपनाया था। यूडीएचआर में 30 लेख हैं जो मौलिक  ह्यूमन राइट्स और स्वतंत्रता के व्यापक स्पेक्ट्रम को निर्धारित करते हैं।हालांकि  ह्यूमन राइट्स सभी के प्राकृतिक अधिकार हैं, लेकिन ये सभी को नहीं मिलते हैं। यह कानून तानाशाही को मिटाने के लिए बनाया