राहुल गांधी से गदगद है खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू! बयान का किया समर्थन
Khalistani Terrorist Gurupatwant Singh Pannun: खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान की तारीफ की है। पन्नू ने राहुल गांधी के बयान को साहसिक बताया और कहा कि यह बयान सिख फॉर जस्टिस (SFJ) की खालिस्तान की मांग को सही ठहराता है। पन्नू लंबे समय से कनाडा, अमेरिका और ब्रिटेन में खालिस्तान के लिए अभियान चला रहा है और इन देशों में जनमत संग्रह भी करा चुका है। भारतीय एजेंसियों के मुताबिक, पन्नू की पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से सांठगांठ भी है।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने 10 सितंबर को अमेरिका में भारत में सिखों की स्थिति पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “भारत में यह लड़ाई है कि क्या सिखों को अपनी पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी? क्या सिख गुरुद्वारे जा सकते हैं? यह लड़ाई राजनीति की नहीं, बल्कि सिखों और सभी धर्मों के अधिकारों की है।” राहुल गांधी के इस बयान का उद्देश्य सिखों के धार्मिक अधिकारों की रक्षा करना था।
पन्नू का समर्थन
गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राहुल गांधी के बयान का स्वागत करते हुए कहा कि यह बयान उनके खालिस्तान के विचारों को सही ठहराता है। पन्नू ने पिछले दिनों भारत में भी खालिस्तान के लिए ऑनलाइन जनमत संग्रह का आह्वान किया था, जिसके बाद उसके खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए थे। इसके अलावा, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने भी पन्नू के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
बीजेपी का हमला
राहुल गांधी के बयान को लेकर बीजेपी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि देश विरोधी बातें करना और देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़ा होना कांग्रेस की आदत बन गई है। शाह ने कहा कि राहुल गांधी ने विदेशी मंचों पर भारत विरोधी बातें कर देश की सुरक्षा और भावना को हमेशा आहत किया है।
बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का बयान सिखों के लिए नफरत फैलाने वाला है और इसे विदेशी दौरे के दौरान किया गया एक बेहद निंदनीय बयान करार दिया।
राहुल गांधी का यह बयान और पन्नू का समर्थन भारतीय राजनीति में नया विवाद खड़ा कर सकते हैं, खासकर उन मामलों को लेकर जिनमें खालिस्तान और सिख समुदाय की स्थिति पर बहस चल रही है।
कौन है खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू ?
गुरपतवंत सिंह पन्नू अमृतसर के खानकोट का निवासी है और पंजाब यूनिवर्सिटी से लॉ की पढ़ाई की है। पढ़ाई के बाद वह विदेश चला गया जहां उसने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के साथ मिलकर पंजाब में खालिस्तान की अलगाववादी मुहिम को बढ़ावा दिया। उसके पिता महिंदर सिंह पंजाब कृषि विपणन बोर्ड में काम करते थे। पन्नू पर 2019 में भारत आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, और वह फिलहाल अमेरिका और कनाडा में रह रहा है। खालिस्तानी समर्थक और सिख फॉर जस्टिस (SFJ) के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ देशद्रोह और अन्य गंभीर मामलों में एक दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं।