‘जंग जारी रहेगी, हार मंजूर’, CM आतिशी ने क्या कहा? जानिए उन्होंने ऐसा क्यों कहा…

दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुद अपनी सीट नई दिल्ली से हार गए हैं, और उनकी पार्टी दिल्ली की सत्ता से बाहर हो गई है। आम आदमी पार्टी के लिए यह हार काफी कड़वी रही, लेकिन पार्टी ने हार के बावजूद अपनी हार को स्वीकार किया है। दिल्ली में हार के बाद मुख्यमंत्री आतिशी ने अपने पहले बयान में कहा कि उनकी पार्टी की लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने बीजेपी की तानाशाही और गुंडागर्दी के खिलाफ अपनी जंग जारी रखने का ऐलान किया है।

CM आतिशी की हार पर प्रतिक्रिया

आम आदमी पार्टी के सीएम आतिशी ने हार के बावजूद हार मानने का नाम नहीं लिया। उन्होंने अपनी बातों में बताया कि भले ही उन्होंने कालकाजी विधानसभा सीट से जीत हासिल की है, लेकिन दिल्ली में पार्टी की हार हुई है। इससे उनका कहना था कि यह आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। लेकिन पार्टी ने जनादेश को पूरी विनम्रता से स्वीकार किया है।

‘जनता का जनादेश स्वीकार है’

सीएम आतिशी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “कालकाजी विधानसभा क्षेत्र की जनता का धन्यवाद करती हूं। उन्होंने मुझ पर विश्वास दिखाया और मैं अपनी टीम को भी धन्यवाद देती हूं। हमारी टीम ने हर तरह की मुश्किलों का सामना करते हुए मेहनत की और जनता के बीच पहुंची। इस चुनाव में दिल्ली की जनता ने जो जनादेश दिया है, उसे हम पूरी विनम्रता से स्वीकार करते हैं।” उनके शब्दों से यह साफ था कि भले ही पार्टी ने हार मानी हो, लेकिन उन्होंने जनता के फैसले को सम्मान दिया।

‘जंग जारी रहेगी’ – आतिशी ने दिया मजबूत संदेश

इसके बाद, सीएम आतिशी ने अपनी बातों में यह भी जोड़ा कि उनकी पार्टी की जंग अभी खत्म नहीं हुई है। उन्होंने कहा, “यह समय जंग का है, और यह जंग जारी रहेगी। भारतीय जनता पार्टी की तानाशाही और गुंडागर्दी के खिलाफ हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हम हमेशा से गलत के खिलाफ लड़ते आए हैं और आगे भी लड़ते रहेंगे। यह हमारे लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन दिल्ली और देश के लिए हमारा संघर्ष खत्म नहीं होगा।” आतिशी के इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि वह हार के बावजूद अपनी पार्टी के संघर्ष को खत्म नहीं मानतीं। उनकी इस बात से बीजेपी को यह संदेश गया कि आम आदमी पार्टी अपनी लड़ाई जारी रखेगी, और यह हार उनका संघर्ष कमजोर नहीं कर सकती।

क्या AAP का संघर्ष खत्म हो चुका है?

आम आदमी पार्टी को दिल्ली में हार के बाद बहुत कुछ गंवाना पड़ा है। खासकर, पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की खुद की हार ने पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ है। हालांकि, आतिशी और अन्य पार्टी नेता हार को स्वीकार करते हुए भी इस बात पर जोर दे रहे हैं कि पार्टी का संघर्ष खत्म नहीं हुआ है। उनके अनुसार, यह सिर्फ एक चुनावी हार है, लेकिन देश और दिल्ली के लिए उनकी लड़ाई जारी रहेगी।

बीजेपी के खिलाफ लड़ाई

आतिशी ने खासकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी उनकी और उनके कार्यकर्ताओं की मेहनत को नजरअंदाज करती है। उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी के खिलाफ उनकी पार्टी का संघर्ष सिर्फ दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह पूरे देश भर में जारी रहेगा। उनका कहना था कि आम आदमी पार्टी अपनी लड़ाई को सिर्फ दिल्ली के चुनाव तक सीमित नहीं रखेगी, बल्कि समाज में हो रहे अन्याय और तानाशाही के खिलाफ भी आवाज उठाती रहेगी।

पार्टी की आगे की रणनीति

आम आदमी पार्टी के नेता और सीएम आतिशी ने अपनी पार्टी के अगले कदम की ओर इशारा करते हुए यह भी कहा कि पार्टी अपनी जमीनी कार्यप्रणाली को और मजबूत करेगी। पार्टी ने हमेशा से जनहित के मुद्दों पर काम किया है, और आगे भी यही जारी रखेगा। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि भविष्य में जनता आम आदमी पार्टी को फिर से मौका देगी, क्योंकि उनकी पार्टी ने हमेशा से जनता के मुद्दों को प्राथमिकता दी है।

चुनावी परिणामों के बाद की स्थिति

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के लिए यह हार काफी अहम है, खासकर केजरीवाल की खुद की हार के बाद। लेकिन इस हार के बावजूद पार्टी का विश्वास अपनी विचारधारा पर बना हुआ है। आतिशी की बातों से यह भी साफ है कि पार्टी बीजेपी के खिलाफ अपनी आवाज को कमजोर नहीं होने देगी। यही कारण है कि उन्होंने हार के बावजूद अपनी जंग जारी रखने की बात की है।

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