दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर ग्रेटर कैलाश में पदयात्रा के दौरान एक शख्स ने लिक्विड फेंका है। जिसके बाद मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उस शख्स को पकड़ लिया है और पुलिस के हवाले कर दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी का दावा है कि हमलावर आरोपी बीजेपी से जुड़ा हुआ है और केजरीवाल पर हमले के इरादे से ही आया था। हालांकि दिल्ली पुलिस ने हमलावर के बारे में कुछ अन्य जानकारी शेयर की है।
इस वजह से किया हमला
दिल्ली पुलिस के मुताबिक अभी शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि पदयात्रा के दौरान केजरीवाल पर पानी फेंकने की कोशिश करने वाला शख्स बस मार्शल है। वह शख्स किसी बात को लेकर सरकार से नाराज था। इतना ही नहीं अब तक हुई छानबीन के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने इस पदयात्रा के लिए पुलिस से कोई अनुमति भी नहीं ली थी। पदयात्रा चौपाल सवित्री नगर से शुरू होकर मेघना मोटर्स सवित्री नगर पर समाप्त हुई है।
पुलिस के जवान थे मौजूद
पुलिस ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सादे कपड़ों के साथ-साथ वर्दी में पुलिस की तैनाती थी। इतना ही नहीं वहां पर रस्सी भी लगाई गई थी, ताकि ज्यादा लोग उनके पास न पहुंच पाएं। लेकिन पदयात्रा के दौरान शाम लगभग 05:50 बजे अरविंद केजरीवाल समर्थकों से हाथ मिला रहे थे, तभी अचानक अशोक झा नाम के एक शख्स ने पानी फेंकने की कोशिश की थी। हालांकि वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उसे तुरंत पकड़ लिया था। यह शख्स रस्सी से बाहर मौजूद था और केजरीवाल के पास नहीं आ पाया था।
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सरकार से नाराज था शख्स
दिल्ली पुलिस ने बताया कि केजरीवाल पर पानी फेंकने की उसकी कोशिश को विफल कर दिया है। इसके बाद पुलिस ने उसे तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दिया था। अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक अशोक झा नाम का यह शख्स खानपुर डिपो में बस मार्शल के पद पर कार्यरत है। वहीं इसने केजरीवाल पर पानी क्यों फेंका, इसके बारे में विस्तार से पूछताछ की जा रही है। लेकिन माना जा रहा है कि बस मार्शलों को नौकरी से निकालने के कारण वो आक्रोशित था।
क्या है बस मार्शल नियुक्ति विवाद
बता दें कि दिल्ली में बस मार्शलों की नियुक्ति की गई थी। लेकिन बाद में उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था। हालांकि अब आतिशी सरकार उनकी फिर से नियुक्ति की बात कह रही है। लेकिन उनका दावा है कि एलजी बस मार्शलों की नियुक्ति में अड़ंगा लगा रहे हैं। आतिशी ने अपने हाल ही के बयान में भी कहा था कि दिल्ली सरकार ने बस मार्शलों को पक्का करने और तब तक बसों में उनकी तैनाती का प्रस्ताव 2 हफ्ते पहले ही एलजी को भेज दिया था। लेकिन अब तक उनका जवाब नहीं आया है। उन्होंने ये भी कहा था कि बीजेपी के नेता एलजी से बस मार्शल के प्रस्ताव पर साइन कराकर लाएंगे तो मैं उन्हें ओके कर दूंगी. वहीं उधर बीजेपी नेता विजेंदर गुप्ता का आरोप है कि आतिशी सरकार जानबूझकर बस मार्शलों की नियुक्ति अटका रही है।