इंदिरा गांधी

इतिहास में कांग्रेस के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण, जानिए पीएम मोदी का क्या है इससे कनेक्शन

भारतीय राजनीतिक में कई ऐसे घटनाक्रम हुए हैं, जिसको आज भी देश याद करता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसा राजनीतिक घटना के बारे में बताने वाले हैं, जिसका कनेक्शन भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से भी है। जानिए राजनीतिक का वो किस्सा जब कांग्रेस ने 400 का आंकड़ा किया था पार।

29 दिसंबर का इतिहास

बता दें कि स्वतंत्र भारत के चुनावी इतिहास में 29 दिसंबर का दिन महत्वपूर्ण है। कांग्रेस पार्टी के लिए ये दिन तो गर्व के साथ ऐतिहासिक दिन है। दरअसल साल 1984 में 29 दिसंबर के दिन कांग्रेस ने लोकसभा की 514 में से 404 सीटें जीतकर स्वतंत्र भारत के संसदीय चुनाव के इतिहास में उस समय की सबसे बड़ी विजय हासिल की थी। वहीं विलंबित चुनावों में कांग्रेस ने 10 सीटें और जीती थी। बता दें कि कांग्रेस ने उस समय ये चुनाव चुनाव भ्रष्टाचार हटाने के मुद्दे पर लड़ा था। लेकिन असल में पार्टी को सहानुभूति के आधार पर प्रचंड बहुमत मिला था।

इंदिरा गांधी की हत्या के बाद चुनाव

गौरतलब है कि 31 अक्टूबर 1984 के दिन देश की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके ही अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी, जिसके बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई थी। जिसके दो महीने बाद चुनाव हुआ था, जिसमें देश की जनता ने दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देते हुए कांग्रेस पार्टी को सहानभूति के आधार पर प्रचंड बहुमत से जिताया था। जिसके बाद पार्टी का नेतृत्व करते हुए राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे।

पीएम मोदी का क्या है कनेक्शन?

भारत के 18 वीं लोकसभा चुनाव में एनडीए की सरकार बनी है. लेकिन इस चुनाव से पहले पीएम मोदी ने देशभर में 400 पार का नारा दिया था। 1984 में राजीव गांधी ने 400 पार का आंकड़ा पार किया था, इसलिए पीएम मोदी के नारे को 1984 लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जाता है। हालांकि 18 वीं लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 293 सीटों पर जीत मिली है।

सहानभूति में मिला प्रचंड बहुमत

1984 लोकसभा चुनाव के दो महीने पहले इंदिरा गांधी हत्या ने पूरे देश का माहौल ही बदल दिया था। इस हत्या से देश में बहुत रोष पैदा हुआ था। वहीं पीएम इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों ने कांग्रेस को प्रचंड बहुमत से जीताया था।

ये भी पढ़ें:पूर्व पीएम मनमोहन सिंह पंचतत्व में विलीन, राजकीय सम्मान से लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई