jhasi

झांसी में दर्दनाक हादसा, 10 नवजातों की गई जान, अलार्म तक नहीं बजा ?

महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वॉर्ड में शुक्रवार देर रात हुए अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे ने 10 मासूमों का जीवन लील लिया है। हालांकि इस घटना के बाद से अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा उपकरणों के ऊपर बहुत सारे सवाल उठ रहे हैं। खबरों के मुताबिक वॉर्ड में लगा सेफ्टी अलार्म तक नहीं बजा है, जिससे सुरक्षा कर्मियों और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को हादसे की जानकारी समय से नहीं लग सकती थी।

सेफ्टी अलार्म खराब

जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज में आग लगने के बाद वार्ड में लगे सेफ्टी अलार्म नहीं बजे थे। वहीं आग लगने के बाद जब आग की लपटें और धुंआ देखकर गर्भवती महिलाओं के परिजन बच्चों को गोद में लेकर भागने लगे थे। जानकारी के मुताबिक वार्ड में जब अफरा-तफरी फैली थी, जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को सूचना दी थी।

मेडिकल कॉलेज ने कहा 146 फायर सिस्टम

बता दें कि इस हादसे के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से सफाई आई है। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में कुल 146 फायर डिस्टिंगशर सिस्टम लगे हुए हैं। वहीं हादसे के समय एनआईसीयू वॉर्ड के फायर डिस्टिंगशर का उपयोग भी किया गया था। उन्होंने कहा कि इन सभी उपकरणों को समय-समय पर ऑडिट भी किया जाता है। इस दौरान कमियों को दूर किया जाता है। उन्होंने बताया कि फरवरी में इन सभी का ऑडिट किया गया था, जबकि जून में मॉक ड्रिल की गयी थी। प्राचार्य डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में फायर डिस्टिंगशर के खराब होने की बात पूरी तरह से निराधार है। उन्होंने कहा कि वॉर्ड में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी, इस हादसे की जांच की जा रही है।

सीएम ने दिया दिशा निर्देश

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी रेस्क्यू ऑपरेशन की पल-पल की मॉनीटरिंग और अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतक बच्चों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है। वहीं साथ ही अधिकारियों को पीड़ितों को हर संभव मदद के निर्देश दिये हैं।

54 नवजात बच्चों को सुरक्षित बचाया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि झांसी रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू वॉर्ड में नवजात बच्चों का इलाज किया जाता है। यहां समय से पहले जन्मे, कम वजन समेत गंभीर बीमारी के बच्चों का इलाज किया जाता है। मेडिकल कॉलेज में देर रात अचानक शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने से दर्दनाक घटना घटित हुई है। वहीं हादसे में 10 नवजात बच्चे चपेट में आए, जबकि 54 नवजात को सकुशल सुरक्षित निकाला गया है। सभी बच्चों को रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिये बचाया गया है।

डिप्टी सीएम ने पीड़ित परिवार से की मुलाकात

सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि डिप्टी सीएम बृजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन मौके पर पहुंचे है। उन्होंने इस दौरान राहत और बचाव कार्यों की जानकारी ली है। इस दौरान झांसी के सभी आलाधिकारी कमिश्नर, डीआईजी, डीएम, एसएसपी समेत स्वास्थ्य महकमे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद थे।