दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कालकाजी सीट से मुख्यमंत्री आतिशी के सामने आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार राजन सिंह ने चुनावी मैदान में उतरकर एक नया मोर्चा खोल दिया है। खास बात यह है कि राजन सिंह ट्रांसजेंडर हैं, और वह एक ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य के तौर पर, आम आदमी पार्टी की मुख्यमंत्री उम्मीदवार आतिशी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। इस चुनावी मुकाबले में बीजेपी के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अल्का लांबा भी शामिल हैं, लेकिन राजन सिंह की उपस्थिति इस बार के चुनावी हलचल में एक नया मोड़ ला रही है।
कौन हैं राजन सिंह?
राजन सिंह बिहार के रहने वाले हैं और फिलहाल दिल्ली में रहकर सक्रिय राजनीति में कदम रख चुके हैं। वे नेशनल ट्रांसजेंडर वेलफेयर काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए काम कर रहे हैं। पिछले साल यानी 2024 में, उन्होंने साउथ दिल्ली सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था, हालांकि उन्हें उस चुनाव में सिर्फ 325 वोट मिले थे। फिर भी, उनका यह कदम काफी चर्चा में रहा था। अब, वे दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं और मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ चुनावी दंगल में कूद पड़े हैं।
राजन सिंह की संपत्ति और हलफनामे का खुलासा
राजन सिंह ने चुनाव आयोग में हलफनामा दाखिल करते हुए अपनी संपत्ति का ब्योरा दिया है। हलफनामे में उन्होंने बताया कि उनके पास 10 हजार रुपये नकद हैं, जबकि उनके बैंक खाते में 25 हजार रुपये जमा हैं। इसके अलावा, सबसे दिलचस्प बात यह है कि राजन सिंह के पास 1.3 किलो सोना है, जिसकी कीमत लगभग 92 लाख रुपये है। उनका यह संपत्ति विवरण पूरी तरह से हलफनामे में शामिल किया गया है, जो इस बात को साफ करता है कि उन्होंने पूरी ईमानदारी से अपनी संपत्ति का खुलासा किया है।
राजन सिंह ने सीएम आतिशी के खिलाफ क्यों चुनाव लड़ा?
राजन सिंह के इस चुनावी मैदान में उतरने की वजह उनके संघर्ष और ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार से निराशा है। उन्होंने कहा, “आम आदमी पार्टी ने पिछले 10-15 सालों में हमारे समुदाय के लिए कुछ नहीं किया। मैंने दिल्ली की सबसे ताकतवर महिला के खिलाफ अपना नामांकन दाखिल किया है, जिन्हें रबर स्टांप सीएम कहा जाता है। यह लोकतंत्र की खूबसूरत तस्वीर है, जहां एक ट्रांसजेंडर व्यक्ति ने एक बड़े और शक्तिशाली नेता के खिलाफ चुनाव लड़ा है। अब आम आदमी पार्टी को इस बार ट्रांसजेंडर समुदाय को नजरअंदाज करने का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”राजन सिंह का यह बयान उनके चुनावी दांव को लेकर काफी अहम है, क्योंकि वे ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों के लिए अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं और यह चुनाव उनके लिए सिर्फ एक राजनीति का खेल नहीं, बल्कि समाज में बदलाव लाने का एक मौका है।
आतिशी की संपत्ति और चुनावी हलफनामे का ब्योरा
दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आतिशी ने 14 जनवरी को अपना नामांकन दाखिल किया था। हलफनामे के मुताबिक, आतिशी के पास 30 हजार रुपये नकद हैं, और 10 ग्राम सोना है, जिसकी कीमत 1 लाख रुपये है। बाकी की संपत्ति उनके बैंक खाते में जमा है। पिछली बार 2020 में हुए चुनाव में आतिशी ने अपने पति की संपत्ति का भी ब्योरा दिया था, लेकिन इस बार उन्होंने ऐसा नहीं किया। 2020 के चुनाव में आतिशी ने अपनी कुल संपत्ति 1.41 करोड़ रुपये घोषित की थी, जिसमें उनके पति की संपत्ति भी शामिल थी।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025: मुकाबला दिलचस्प
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को होंगे और नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। इस बार दिल्ली में आम आदमी पार्टी का मजबूत दबदबा देखा जा रहा है। 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी ने लगातार 60 से ज्यादा सीटें जीती थीं। इस बार भी पार्टी को उम्मीद है कि वह फिर से बड़ी जीत हासिल करेगी। हालांकि, बीजेपी और कांग्रेस ने भी पूरी तैयारी कर रखी है। बीजेपी ने 2020 में 8 सीटें जीती थीं, जबकि कांग्रेस को उस चुनाव में एक भी सीट नहीं मिली थी। इस बार कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंकी है, लेकिन चुनावी रणनीति की तस्वीर अब पूरी तरह से बदल चुकी है।
क्या ट्रांसजेंडर उम्मीदवार बदल सकते हैं दिल्ली का चुनावी खेल?
राजन सिंह के चुनावी मैदान में उतरने से यह साफ हो रहा है कि अब राजनीति में हर वर्ग की भागीदारी बढ़ रही है। वे ट्रांसजेंडर समुदाय की आवाज़ बनकर सीएम आतिशी के खिलाफ चुनौती दे रहे हैं। उनके इस कदम से दिल्ली की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है। राजन सिंह का चुनाव लड़ने का फैसला न केवल उनके लिए, बल्कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए भी एक बड़ा अवसर हो सकता है, जो अब राजनीति में अपनी पहचान बना रहे हैं।
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