ट्रंप और पुतिन के बीच होगी बड़ी मीटिंग, अमेरिका और रूस ने शुरू की तैयारी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच एक बार फिर मीटिंग की तैयारियां शुरू हो गई हैं। दोनों देशों ने इस बातचीत को लेकर गंभीरता दिखाई है और विषयों को फाइनल करने में जुट गए हैं। ट्रंप के दूत ने पुतिन से मुलाकात की और इसके बाद पुतिन ने इस मीटिंग को लेकर हरी झंडी दे दी है। अगले हफ्ते दोनों नेता फोन पर बात करेंगे और उसके बाद आमने-सामने मुलाकात होगी।

पुतिन को ट्रंप का तोहफा

इस बीच, ट्रंप ने पुतिन को एक बड़ा तोहफा दिया है। पुतिन के खिलाफ चल रहे एक केस की जांच में अमेरिका ने अड़ंगा लगा दिया है। इस केस में पुतिन के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया गया था। यह केस यूक्रेन से बच्चों के अपहरण से जुड़ा हुआ है, जिसमें पश्चिमी देशों ने पुतिन पर आरोप लगाए थे। यूरोपीय संस्था इस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन ट्रंप ने इस केस की फंडिंग रोक दी है।

अगले हफ्ते हो सकती है बातचीत

अधिकारियों ने रविवार को बताया कि ट्रंप और पुतिन इस सप्ताह फोन पर बातचीत कर सकते हैं। यह बातचीत यूक्रेन युद्ध को लेकर होगी, जो पिछले तीन साल से जारी है। अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस पर युद्धविराम स्वीकार करने का दबाव बनाया है। सऊदी अरब में हुई वार्ता के बाद अमेरिका ने युद्धविराम का प्रस्ताव रखा, जिसे यूक्रेन ने स्वीकार कर लिया है। हालांकि, पुतिन ने अभी तक इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया है। उन्होंने कई शर्तें रखी हैं और प्रस्ताव पर “गंभीर सवाल” उठाए हैं।

ट्रंप के दूत ने क्या कहा?

ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ, जिन्होंने हाल ही में पुतिन से कई घंटों तक मुलाकात की थी, ने कहा कि उन्हें लगता है कि “दोनों राष्ट्रपति इस सप्ताह वास्तव में अच्छी और सकारात्मक चर्चा करने जा रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली बातचीत यूक्रेन युद्ध और अन्य अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर केंद्रित होगी।

अमेरिका और रूस के बीच संचार बहाल

इससे पहले, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव के साथ फोन पर बातचीत की थी। दोनों ने सऊदी अरब में हुए अमेरिका-रूस शिखर सम्मेलन में हुए समझौतों के कार्यान्वयन पर चर्चा की। रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा कि लावरोव और रुबियो संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए हैं। हालांकि, अमेरिका द्वारा सुझाए गए युद्धविराम का कोई उल्लेख नहीं किया गया।

जेलेंस्की ने क्रेमलिन पर लगाया आरोप

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को क्रेमलिन पर युद्ध को समाप्त नहीं करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मॉस्को किसी भी युद्धविराम पर सहमत होने से पहले युद्ध के मैदान पर अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है। जेलेंस्की ने चेतावनी दी कि रूस युद्धविराम का फायदा उठाकर अपनी सैन्य तैयारियों को और मजबूत कर सकता है।

ब्रिटेन ने भी उठाए सवाल

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी पुतिन पर युद्धविराम पर “अपने पैर खींचने” का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि रूस युद्ध को लंबा खींचकर यूक्रेन और पश्चिमी देशों को कमजोर करना चाहता है। ब्रिटेन ने यूक्रेन पर एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन की मेजबानी की, जिसमें कई देशों ने हिस्सा लिया।

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