Trump-Zelensky Clash:अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुई बैठक ने दोनों देशों के रिश्तों में नई दरार पैदा कर दी है। इस बैठक में ट्रंप ने ज़ेलेंस्की पर यूक्रेन-रूस युद्ध को लेकर दबाव बनाया, जिससे तनाव और बढ़ गया। आइए इस बहस की पूरी कहानी को विस्तार से समझते हैं।
1.बैठक का मुख्य मुद्दा ?
ट्रंप ने बैठक के दौरान ज़ेलेंस्की से सवाल करते हुए कहा कि यूक्रेन को रूस के साथ समझौता करना चाहिए और युद्ध को समाप्त करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अगर यूक्रेन समझौते के लिए तैयार नहीं है, तो अमेरिका इस प्रक्रिया से बाहर निकल जाएगा। ट्रंप ने यहां तक कहा कि यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध नहीं जीत सकता।ज़ेलेंस्की ने जवाब में कहा कि यूक्रेन शांति चाहता है, लेकिन यह शांति ऐसी होनी चाहिए जो यूक्रेन की संप्रभुता और सुरक्षा की गारंटी दे। उन्होंने ट्रंप के दबाव को ठुकराते हुए कहा कि वे अपना देश नहीं बेच सकते।
2.बहस के दौरान कैसे बिगड़ी बात?
अमेरिका के वाइस प्रेसीडेंट जेडी वेंस ने कहा कि यूक्रेन और रूस की लड़ाई का अंत डिप्लोमेसी के जरिए ही हो सकती है। वोलोदिमीर जेलेंस्की ने उनसे सवाल किया कि किस तरह की डिप्लोमेसी की बात हो रही है, जेडी वेंस ने कहा, ‘मैं उस डिप्लोमेसी की बात कर रहा हूं, जिससे यूक्रेन की बर्बादी रुक सकती है।’ इसके अलावा बात यहीं नहीं रुकी, जेडी वेंस ने यहां तक पूछ लिया कि इस बैठक में उन्होंने शुक्रिया तक नहीं कहा। डोनाल्ड ट्रम्प बार-बार यह जताने की कोशिश करते रहे कि यूक्रेन मुसीबत में है, वह जंग नहीं जीत सकता है। वहीं डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा, ‘मैं पुतिन के साथ नहीं हूं। मैं किसी की तरफ झुका नहीं हूं। मैं अमेरिका के साथ हूं, दुनिया की भलाई के लिए। मैं इसे खत्म करना चाहता हूं। आप देख सकते हैं कि पुतिन के लिए उनके मन में कितनी नफरत है। मेरे लिए इससे निपटना मुश्किल है। पुतिन भी आपसे प्यार नहीं करते हैं।’
3.बैठक से क्या मिला?
बता दें कि ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच बैठक बिना किसी निष्कर्ष के समाप्त हो गई। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ज़ेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने अमेरिका का अपमान किया है। उन्होंने लिखा, “मुझे पक्का लग गया है कि अगर अमेरिका इसमें शामिल है तो राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं।”
वहीं ज़ेलेंस्की ने भी पलटवार करते हुए कहा, “धन्यवाद अमेरिका। आपके समर्थन के लिए। यूक्रेन शांति चाहता है और हम उसी के लिए काम कर रहे हैं।”
Thank you America, thank you for your support, thank you for this visit. Thank you @POTUS, Congress, and the American people.
Ukraine needs just and lasting peace, and we are working exactly for that.— Volodymyr Zelenskyy / Володимир Зеленський (@ZelenskyyUa) February 28, 2025
4.क्या है अमेरिका की मंशा?
अमेरिका यूक्रेन के दुर्लभ खनिज संसाधनों में दिलचस्पी रखता है। ट्रंप चाहते थे कि यूक्रेन 500 बिलियन डॉलर के खनिज पदार्थों को अमेरिका को सौंप दे, लेकिन ज़ेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया। उन्होंने इस मुद्दे पर कहा कि “मैं अपना देश नहीं बेच सकता।”
5.यूक्रेन का युद्ध पर क्या है स्टैंड?
दरअसल यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति चाहता है, लेकिन वह अपनी संप्रभुता और सुरक्षा से समझौता करने को तैयार नहीं है। ज़ेलेंस्की ने कहा था कि युद्ध विराम वह भी चाहते हैं, लेकिन यह ऐसा होना चाहिए जो यूक्रेन की सुरक्षा की गारंटी दे।
6.यूक्रेन के लिए एकजुट होते देश
दुनियाभर के नेताओं ने इस बहस पर प्रतिक्रिया दी है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यूक्रेन का समर्थन किया है, जबकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि यूक्रेन की लड़ाई लोकतंत्र और आज़ादी के लिए है।
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