कोटा में 24 घंटे के अंदर दो छात्रों ने किया सुसाइड, पढ़ाई के दबाव में 2024 में इतने छात्रों ने की आत्महत्या

राजस्थान के कोटा में एक बार फिर से छात्रों के सुसाइड ने देश को हिलाकर रख दिया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 24 घंटे में  2 कोचिंग छात्रों ने सुसाइड किया है, सुसाइड करने वाले दोनों छात्रों की उम्र 20 साल से कम है। जिसके बाद मौके पर पहुंची कोटा पुलिस ने छात्रों के परिजनों को सूचना दी है और बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

JEE की तैयारी कर रहे थे छात्र

राजस्थान के कोटा में सुसाइड करने वाले छात्र संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने दूसरे केस के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 20 वर्षीय युवक ने राजस्थान के कोटा जिले में अपने पीजी रूम में छत के पंखे से लटककर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। पुलिस के मुताबिक मृतक की पहचान मध्य प्रदेश के गुना निवासी अभिषेक के रूप में हुई है। अभिषेक ने पिछले साल मई में कोटा के एक कोचिंग संस्थान में जेईई की तैयारी के लिए एडमिशन लिया था।

पंखे से लटक कर दी जान

कोटा के विज्ञान नगर थाने के एसएचओ मुकेश मीना ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को बताया कि मृतक छात्र मध्य-प्रदेश के गुना का निवासी है। अभिषेक ने कथित तौर पर अपने पीजी रूम में छत के पंखे से लटक कर आत्महत्या की है। थाने के एसएचओ ने बताया कि उन्हें बुधवार शाम करीब 7.45 बजे इस संबंध में सूचना मिली थी, जिसके बाद मौके पर पुलिसकर्मी पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल के मॉर्चुरी में रख दिया गया है। एसएचओ ने कहा कि परिवार के सदस्यों के आने के बाद उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा। एसएचओ ने आगे बताया कि पीजी के कमरे से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस युवक के सुसाइड करने के पीछे का कारण पता कर रही है।

24 घंटे में दो छात्रों ने की आत्महत्या

देश के कोचिंग हब कोटा में बीते 24 घंटे के अंदर दो कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की है। इससे पहले हरियाणा के जेईई अभ्यर्थी 19 वर्षीय नीरज ने मंगलवार देर शाम अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जानकारी के मुताबिक नीरज बीते दो साल से कोटा के राजीव गांधी नगर क्षेत्र में आनंद कुंज रेजीडेंसी में रहकर जेईई की तैयारी कर रहा था।

कोटा में स्टूडेंट्स के सुसाइड केस बढ़े

बता दें कि राजस्थान के कोटा शहर में छात्रों के सुसाइड केस का मामला बढ़ा है। कई रिपोर्ट्स में इसका खुलासा हुआ है कि छात्र पढ़ाई के दबाव और सिलेक्शन नहीं होने को लेकर हताश होते हैं। जिसके बाद वो आत्महत्या करने जैसा बड़ा कदम उठाते हैं। बता दें कि साल 2024 में कोटा में 17 छात्रों ने आत्महत्या करके अपनी जान दे दी थी। जबकि इससे पहले साल 2023 में इसकी संख्या दोगुनी थी, उस साल 26 कोचिंग छात्रों के आत्महत्या का मामला सामने आया था।

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