Ujjain Mahakal Temple Fire Accidentउज्जैन । उज्जैन महाकाल मंदिर हादसे के 16 दिन बाद बुरी खबर आई। महाकाल मंदिर हादसे में झुलसे बुजुर्ग सेवक की मौत हो गई है। बताते चलें कि 25 मार्च को धुलेंडी के दिन महाकाल मंदिर के गर्भगृह में आग लग जाने के कारण 14 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे। झुलसे लोगों में से 10 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है जबकि तीन लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।
मंदिर में पुजारी थे सत्यनारायण सोनी
बताते चलें कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में होली के पहले की धुलेंडी पूजा के दौरान हो रही आरती के समय आग की लपटें फैल गईं और वहां मौजूद 14 लोग झुलस गए। उस दौरान मंदिर के गर्भगृह में सेवक सत्यनारायण सोनी मौजूद थे। सत्यनारायण सोनी की उम्र अस्सी साल बताई जा रही है। मंदिर के सेवक सत्यनारायण सोनी 40 फीसदी झुलस गए थे। हादसे के बाद गंभीर रूप से झुलसे बुजुर्ग सेवक को इंदौर के अरबिंदो अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बाद में सत्यानारायण सोनी की हालत ज्यादा खराब होने लगी इसलिए उन्हें मुंबई नेशनल बर्न यूनिट ले जाया गया था। मुंबई के अस्पताल में ही सत्यानारायण सोनी ने बुधवार की सुबह दम तोड़ दिया।
केमिकल वाला गुलाल उड़ाने से हुआ था हादसा
गौरतलब है कि महाकाल मंदिर में 25 मार्च की सुबह भस्म आरती चल रही थी। इस दौरान महाकाल का अबीर-गुलाल से भी अभिषेक किया जा रहा था। इसी समय कुछ पुजारियों और भक्तों द्वारा अबीर-गुलाल उड़ाया जा रहा था। जांच के दौरान पता चला कि केमिकल वाला गुलाल उड़ाने के कारण आरती में जल रहे कपूर की लौ ने आग पकड़ लिया।
हादसे में झुलसे तीन लोगों का चल रहा इलाज
उज्जैन महाकाल मंदिर हादसे में झुलसे 14 लोगों में से 13 लोगों को बेहतर इलाज के लिए इंदौर रेफर किया गया था। 1 व्यक्ति का इलाज उज्जैन में ही चल रहा है। मुख्य पुजारी के बेटे मनोज शर्मा जिनकी उम्र 43 साल बताई जा रही है इसके अलावा संजय शर्मा जिनकी उम्र 50 साल है और सेवक चिंतामणी जिनकी उम्र 65 साल है,इन लोगों का इलाज इंदौर अरबिंदो अस्पताल में चल रहा है।
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