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UP Bypolls: हरियाणा की हार के बाद सपा नें भी दिया कांग्रेस को झटका, क्या अखिलेश और राहुल की दोस्ती टूटने के कगार पर?

अखिलेश यादव और राहुल गांधी
अखिलेश यादव और राहुल गांधी

UP Bypolls:  हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार ने उत्तर प्रदेश की राजनीतिक स्थिति में एक नई हलचल पैदा कर दी है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने कदम बढ़ाते हुए उपचुनावों के लिए बिना किसी बातचीत के 6 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं।

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सपा ने करहल विधानसभा सीट के साथ-साथ सीसीमऊ, फूलपुर, मिल्कीपुर, कटेहरी और मझंवा से अपने उम्मीदवारों की घोषणा की है। हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस ने जो आक्रामकता दिखाई थी, उसे देखते हुए सपा का ये कदम स्पष्ट रूप से एक राजनीतिक संदेश है।

सपा ने किन सीटों पर बनाए उम्मीदवार?

सीट का नाम उम्मीदवार का नाम विवरण
करहल तेजप्रताप यादव पहले भी करहल से चुनाव लड़ चुके हैं।
सीसीमऊ नसीम सोलंकी नई उम्मीदवारी, क्षेत्रीय रणनीति।
फूलपुर मुस्तफा सिद्दीकी महत्वपूर्ण सीट, सपा की पहचान।
मिल्कीपुर अजीत प्रसाद क्षेत्रीय स्तर पर मजबूती।
कटेहरी शोभावी वर्मा महिला उम्मीदवार के रूप में समर्थन।
मझंवा ज्योति बिंद महिला उम्मीदवार, पार्टी की नई दिशा।

उपचुनाव की प्रमुख सीटें

सीट का नाम जिला
खैर अलीगढ़
मिल्कीपुर अयोध्या
कटेहरी अंबेडकरनगर
मीरापुर मुज़फ़्फ़रनगर
सीसामऊ कानपुर
फूलपुर प्रयागराज
ग़ाज़ियाबाद ग़ाज़ियाबाद
मझवां मिर्ज़ापुर
कुंदरकी मुरादाबाद
करहल मैनपुरी

क्या टूटने वाली है सपा-कांग्रेस की दोस्ती?

लोकसभा चुनाव में एकजुट होकर लड़ने वाली सपा और कांग्रेस के बीच अब उपचुनाव को लेकर संवाद की कमी नजर आ रही है। सूत्रों के अनुसार, सपा अब केवल एक ही सीट, फूलपुर, कांग्रेस को देने पर विचार कर रही है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या यूपी के दो प्रमुख नेताओं, अखिलेश यादव और राहुल गांधी, की दोस्ती टूटने के कगार पर है?

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कांग्रेस, जो हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद स्थिति को सुधारने की कोशिश कर रही है, अब सपा के इस कदम से एक नई चुनौती का सामना कर रही है। क्या यह सपा का कांग्रेस को एक संकेत है कि वह अकेले भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार है? यह आने वाला समय बताएगा।

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