पाकिस्तान में हिज्बुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत पर बवाल देखने को मिल रहा है। बीते रविवार को पाकिस्तान के कराची शहर में नसरल्लाह की हत्या के विरोध में जमकर प्रदर्शन हुए। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प देखने को मिली। जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं।
जानकारी के मुताबिक, देखते ही देखते विरोध प्रदर्शन ने उग्र रूप ले लिया और पथराव करने लगी। दरअसल, लेबनान में इजरायल हमले में मारे गए नसरल्लाह की मौत के खिलाफ प्रदर्शन कर रही भीड़ अमेरिकी दूतावास की तरफ जा रही थी। जिन्हें पुलिस रोकने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस के 7 अधिकारी घायल
विरोध प्रदर्शन के दौरान पाक पुलिस द्वारा रोके जाने पर भीड़ ने पत्थरों से हमला कर दिया। जिसमें पुलिस के 7 अधिकारी घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों के हमले के कारण घायल अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ईरान के समर्थन वाली ‘शिया धार्मिक राजनीतिक दल मजलिस वहादतुल मुस्लिमीन’ ने इस रैली का आयोजन किया था। पुलिस ने इन सब के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर किया गया है।
इजरायल हमले में मारा गया नसरल्लाह
बता दें कि शुक्रवार को इजरायल सेना ने हिज्बुल्लाह की मौत की पुष्टी करते हुए कहा था कि अब वह आतंक नहीं मचा पाएगा।वहीं हिज्बुल्लाह ने भी नसरल्लाह की मौत की पुष्टी की है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक नसरल्लाह की डेड बॉडी मिल चुकी है। उसके शरीर पर चोट के एक भी निशान नहीं हैं। ऐसा माना जा रहा है कि हसन नसरल्लाह की मौत इजरायल की तरफ से किए एक के बाद एक तेज धमाकों की वजह से पैदा हुए ट्रामा से हुई है।
नसरल्लाह का अंत, लेकिन जंग रहेगी जारी..
डिफेंस एक्सपर्टों का मानना है कि हिजबुल्ला के प्रमुख हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बावजूद यह संघर्ष समाप्त नहीं होगा। उनका कहना है कि संगठन के अन्य नेता नसरल्लाह की जगह लेंगे और इजरायल पर हमले जारी रखेंगे। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि जब तक ईरान हिजबुल्ला को अपना समर्थन जारी रखेगा, तब तक यह विवाद और भी बढ़ता रहेगा।
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