अमेरिका ने यमन में हूती विद्रोहियों पर बड़ा हवाई हमला किया है, जिसमें 32 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस हमले के बाद अब हूती नेता अब्दुल मलिक ने अमेरिका को खुली चुनौती दी है।
रविवार को दिए गए भाषण में अब्दुल मलिक ने कहा कि अगर अमेरिका यमन पर हमले जारी रखता है, तो उनका समूह लाल सागर में अमेरिकी जहाजों को निशाना बनाता रहेगा। उन्होंने साफ कहा, “अगर वे अपनी आक्रामकता जारी रखते हैं, तो हम भी जवाब देंगे।”
वहीं, अमेरिका का कहना है कि जब तक हूती लड़ाके शिपिंग पर हमले नहीं रोकते, तब तक उन पर कार्रवाई जारी रहेगी। इस बीच, रूस ने अमेरिका से हमले रोकने की अपील की है, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने को कहा है।
धमाकों से आ गया भूकंप
यमन की राजधानी सना के शुाब जिले के पूर्वी जेराफ इलाके में चार हवाई हमले हुए, जिससे लोग दहशत में आ गए, खासकर महिलाएं और बच्चे। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “धमाके इतने तेज थे कि ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो।”
हूती विद्रोहियों ने इन हमलों की निंदा करते हुए कहा कि “इस आक्रामकता का जवाब जरूर दिया जाएगा” और “हमारी सेना पूरी तरह तैयार है।” अमेरिकी हमलों में अब तक 23 लोग घायल हो चुके हैं, और मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
यमन के हूती रेड सी में 100 से ज्यादा जहाजों पर किए हमले
नवंबर 2023 से, हूती विद्रोहियों ने अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर 100 से ज्यादा हमले किए हैं, जिससे दुनियाभर का व्यापार प्रभावित हुआ है। उनका दावा है कि ये हमले गाजा में चल रहे इजरायल-हमास युद्ध के जवाब में फिलिस्तीनियों के समर्थन में किए जा रहे हैं।
इन हमलों को रोकने के लिए अमेरिकी सेना को मिसाइल और ड्रोन मार गिराने के लिए महंगे ऑपरेशनों में लगना पड़ा है।
इस बीच, ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने न्यूक्लियर डील पर अमेरिका से बातचीत करने से इनकार कर दिया है। उनका मानना है कि अमेरिका के साथ समझौता करने का मतलब फिर से धोखा खाना होगा और इससे ईरान पर दबाव भी बढ़ेगा।
वहीं, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं और इसी दौरान अमेरिका ने यमन में हवाई हमले भी किए हैं। अब देखने वाली बात होगी कि ट्रंप का अगला कदम क्या होगा।