US death penalty: अमेरिका में पहली बार फांसी या जहरीले इंजेक्शन से नहीं, इस गैस से दी जाएगी सजा-ए-मौत
राजस्थान (डिजिटल डेस्क)। US death penalty: किसी भी देश में मृत्युदंड की सजा (US death penalty) किसी व्यक्ति को अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद सुनाई जाती है। कई देशों में तो मृत्युदंड की सजा पर प्रतिबंध तक लगाया जा चुका है। लेकिन अमेरिका में अभी भी मृत्युदंड से जुड़ा प्रावधान है। अभी तक अमेरिका में कैदीयों को फांसी या फिर जहरीला इंजेक्शन देकर मृत्युदंड दिया जाता था। लेकिन अमेरिका के इतिहास में पहली बार किसी कैदी को गैस द्वारा सजा-ए-मौत दी जाएगी।
अमेरिका में 25 जनवरी को नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत की सजा दी जाने वाली है। जिस कैदी को नाइट्रोजन गैस के द्वारा मौत दी जाएगी उसका नाम केनेथ यूगिन स्मिथ है। जानकारी के अनुसार मृत्युदंड का यह तरीका बहुत सांइटिफिक और दर्दरहित है। वहीं दूसरी तरफ संयुक्त राष्ट्र ने इस मामले पर आपत्ति जताते हुए इसे क्रूर व अमानवीय बताया है और सजा पर रोक लगाने की मांग की है।
कौन है केनेथ यूगिन स्मिथ
केनेथ यूगिन स्मिथ पर 1988 में एक व्यक्ति से पैसे लेकर उसी की पत्नी की हत्या करने का आरोप लगाया गया था। इस मामले में दो लोगों को दोषी ठहराया गया था। 1996 में स्मिथ को मौत (US death penalty) की सजा सुनाई गई थी । 2022 में स्मिथ को जहरीला इंजेक्शन देने की कोशिश की गई थी लेकिन डॉक्टरों को स्मिथ की नस नहीं मिली। इस वजह से इसे टाल दिया गया। अब स्मिथ को नाइट्रोजन गैस के जरिए मौत की सजा दी जाएगी। वहीं दूसरी तरफ स्मिथ के वकीलों ने इस तरीके को टार्चर बताते हुए कोर्ट में चुनौती दी है। उनके वकीलों का कहना है कि स्मिथ पर एक्सपेरिमेंट किया जा रहा है जो ना सिर्फ खतरों से भरा है बल्कि यह संवैधानिक उल्लंघन भी है।
ऐसे दी जाएगी स्मिथ को मौत
जानकारी के अनुसार सबसे पहले स्ट्रेचर पर लेटाया जाएगा और उनके चेहरे पर एक मास्क लगाया जाएगा। यह मास्क बिल्कुल वैसा होगा जो वर्कर औद्योगिक क्षेत्रों में काम करते समय ऑक्सीजन की ठीक सप्लाई के लिए पहनते है। इसके बाद स्मिथ की आखिरी इच्छा पूछी जाएगी । इसके बाद अंत में नाइट्रोजन गैस छोड़ी जाएगी जो मास्क के जरिए उसके शरीर के अंदर जाएगी। मास्क लगे होने की वजह शरीर में ऑक्सीजन नहीं पहुंचने की वजह से उसकी मौत हो जाएगी। खबरों की माने तो स्मिथ को कम से कम 15 मिनट तक मास्क के जरिए नाइट्रोजन गैस दी जाएगी। जिसकी वजह से वह कुछ ही सेकेंड में बेहोश हो जाएगा और उसके कुछ मिनटों में ही उनकी मौत हो जाएगी।
नाइट्रोजन गैस क्यों है खतरनाक
हम जो सांस लेते है उसमें 75 प्रतिशत नाइट्रोजन गैस ही होती है लेकिन हम ऑक्सीजन (US death penalty) भी साथ में लेते है इस वजह से यह किसी के लिए घातक नहीं होती। नाइट्रोजन गैस का ना तो कोई रंग होता है ना ही कोई गंध। लेकिन यह गैस तब व्यक्ति के लिए तब घातक हो जाती है जब ऑक्सीजन की जगह सिर्फ नाइट्रोजन गैस ही आपके शरीर के अंदर जाने लगे। अगर ऑक्सीजन की सप्लाई बंद हो जाए और हवा में 100 प्रतिशत नाइट्रोजन गैस ही हो तो इससे किसी भी व्यक्ति की कुछ मिनटों में मौत हो सकती है।
“Nitrogen gas has never been used in the United States to execute human beings”- Ravina Shamdasani, spokesperson for the @UNHumanRights office on Kenneth Eugene Smith’s execution due to happen on January 25 in Alabama⤵️ pic.twitter.com/BtCmniSJ4G
— UN News (@UN_News_Centre) January 16, 2024
संयुक्त राष्ट्र ने जताई आपत्ति
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार परिषद ने किसी कैदी को मौत के लिए इस तरह की प्रक्रिया अपनाने पर आपत्ति जताई है। संयुक्त राष्ट्र ने इस प्रक्रिया को क्रूर और अमानवीय बताया है। 2020 में अमेरिकन वेटरिनरी मेडिकल ऐसोसिशन ने नाइट्रोजन गैस से मृत्युदंड की सजा देने पर अपनी एक गाइडलाइन जारी की थी और कहा था कि किसी विशेष परिस्थिति में नाइट्रोजन गैस से सिर्फ सुअरों को मारा जा सकता है लेकिन किसी दूसरे जीवों को नहीं क्योंकि इसके कई खतरनाक परिणाम सामने आ सकते है। बता दें कि अमेरिका में कुछ साल पहले तक हाइड्रोजन साइनाइड गैस द्वारा मौत की सजा दी जाती थी।
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