अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 119 भारतीयों का एक और जत्था आज रात अमृतसर पहुंचेगा। इन सभी को अमेरिकी सरकार ने निर्वासित (डिपोर्ट) करने का फैसला लिया है। ये सभी लोग एक सैन्य विमान के जरिए भारत लौटेंगे, जो शनिवार रात करीब 10 बजे अमृतसर एयरपोर्ट पर उतरने की संभावना है।
इन 119 लोगों में सबसे ज्यादा 67 लोग पंजाब से हैं, जबकि हरियाणा के 33 लोग शामिल हैं। इसके अलावा, गुजरात के 8, उत्तर प्रदेश के 3, गोवा, महाराष्ट्र और राजस्थान के 2-2 और हिमाचल प्रदेश व जम्मू-कश्मीर के 1-1 व्यक्ति को भी अमेरिका से वापस भेजा जा रहा है।
इससे पहले 104 अवैध अप्रवासीयों को भेजा था
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद, वहां से भारतीयों को देश वापस भेजने का यह दूसरा मामला होगा। इससे पहले, महीने की शुरुआत में 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को अमृतसर लाया गया था।
दरअसल, अमेरिका पहले भी अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करता रहा है। इस मुद्दे पर संसद में काफी हंगामा हुआ था, जब विपक्ष ने आरोप लगाया कि भारतीयों को हथकड़ियां और बेड़ियां पहनाकर वापस भेजा जा रहा है। इस पर सरकार को सफाई देनी पड़ी थी। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संसद में बताया था कि यह कोई नई प्रक्रिया नहीं है, बल्कि पहले भी ऐसा होता आया है। उन्होंने हर साल के आंकड़े भी पेश किए थे।
अवैध अप्रवासी भारतीयों को लेना हमारी जिम्मेदारी
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया है कि भारत अमेरिका में रह रहे अवैध भारतीय अप्रवासियों को वापस लेने के लिए तैयार है। यह सिर्फ भारत का नहीं, बल्कि एक वैश्विक मुद्दा है। जो लोग बिना कानूनी अनुमति के किसी दूसरे देश में रह रहे हैं, उनके पास वहां रहने का अधिकार नहीं होता। ऐसे अवैध अप्रवासियों की वापसी को लेकर भारत अपनी ज़िम्मेदारी निभाएगा।
भगवंत मान ने सरकार पर लगाए आरोप
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अवैध अप्रवासी भारतीयों की वापसी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पंजाब को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। भगवंत मान के मुताबिक, अवैध अप्रवासियों के विमान को पंजाब में उतारना सही नहीं है।