ट्रंप की हत्या की साजिश: अमेरिका ने ईरानी नागरिक पर लगाए गंभीर आरोप
US NEWS : अमेरिका और ईरान के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। इस बार कारण है पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कथित साजिश। अमेरिकी न्याय विभाग ने एक ईरानी नागरिक पर ट्रंप की हत्या की योजना बनाने का आरोप लगाया है। यह खबर अमेरिकी मीडिया में तेजी से फैल गई है और लोगों में इसे लेकर चिंता बढ़ गई है।
साजिश का खुलासा
अमेरिकी न्याय विभाग ने शुक्रवार को एक बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड (आईआरजीसी) के एक अधिकारी ने पिछले साल सितंबर में एक व्यक्ति से ट्रंप की निगरानी करने और उन्हें मारने की योजना बनाने को कहा था। इस साजिश में शामिल मुख्य आरोपी का नाम फरजाद शकेरी है।
शकेरी 51 साल का है और उसे ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड का एजेंट माना जाता है। वह बचपन में अमेरिका आया था, लेकिन 2008 में डकैती के आरोप में उसे निर्वासित कर दिया गया था। अभी वह फरार है और माना जा रहा है कि वह ईरान में छिपा हुआ है।
अमेरिकी नागरिकों की संलिप्तता
इस साजिश में दो अमेरिकी नागरिकों की भी संलिप्तता सामने आई है। न्याय विभाग के अनुसार, शकेरी ने न्यूयॉर्क के दो लोगों – कार्लिस्ले रिवेरा और जोनाथन लोडहोल्ट से मिलकर उन्हें अपनी योजना में शामिल किया था। इन दोनों को ट्रंप को निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया था। फिलहाल दोनों को हिरासत में लिया गया है और मुकदमे तक जेल में रखा जाएगा।
ट्रंप पर चल रहे मुकदमे की स्थिति
इस बीच, ट्रंप पर चल रहे एक अन्य मुकदमे में नया मोड़ आया है। 2020 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप के मामले की सुनवाई कर रहे जज ने शुक्रवार को इसकी समय सीमा रद्द कर दी। अभियोजकों ने अदालत से कहा है कि उन्हें इस मामले में आगे बढ़ने के लिए उचित कार्यप्रणाली का आकलन करने के लिए समय चाहिए।
पिछले साल विशेष वकील जैक स्मिथ ने ट्रंप पर 2020 के चुनाव परिणामों को पलटने की साजिश रचने और गुप्त दस्तावेज अवैध रूप से रखने का आरोप लगाया था। लेकिन अब स्थिति बदल गई है। ट्रंप के फिर से राष्ट्रपति चुने जाने के बाद, न्याय विभाग की नीति के अनुसार मौजूदा राष्ट्रपति पर मुकदमा नहीं चलाया जा सकता। इसलिए अब स्मिथ की टीम इस बात का मूल्यांकन कर रही है कि ट्रंप के पदभार संभालने से पहले इन दो संघीय मामलों को कैसे निपटाया जाए।