Uttarkashi Tunnel: उत्तरकाशी टनल हादसे में बड़ी सफलता हासिल हुई है। टनल (Uttarkashi Tunnel) में फंसे 41 मजदूरों में से आठ मजदूर को बाहर निकाल लिया गया है। और बाकी मजदूरों को निकालने का कार्य जारी है। मिली जानकारी के मुताबिक अगले एक घंटे में बाकी मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। रेस्क्यू टीमों ने रैट होल माइनिंग और सुरंग के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग के जरिए मजदूरों को एक पाइप के जरिए निकालने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही अब मजदूरों का हेल्थ चेकअप किया जा रहा है।
सीएम धामी ने रेस्क्यू टीम की सराहना:
उत्तरकाशी में सुरंग से मजदूरों के फंसने से लेकर अब तक उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी काफी गंभीर नज़र आ रहे थे। उन्होंने लगातार इस रेस्क्यू पर पूरी अपडेट रखी। सीएम धामी ने रेस्क्यू टीम की सराहना। फिलहाल आठ मजदूरों को बाहर निकाला गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बाहर निकाले गए श्रमिको से मुलाकात कर रहे हैं। केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह भी वहीं मौजूद हैं।
उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है।
टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है। मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं।
यह अत्यंत…
— Narendra Modi (@narendramodi) November 28, 2023
मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल: पीएम मोदी
बता दें पीएम मोदी ने भी ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘उत्तरकाशी में हमारे श्रमिक भाइयों के रेस्क्यू ऑपरेशन की सफलता हर किसी को भावुक कर देने वाली है. टनल में जो साथी फंसे हुए थे, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि आपका साहस और धैर्य हर किसी को प्रेरित कर रहा है. मैं आप सभी की कुशलता और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं. यह अत्यंत संतोष की बात है कि लंबे इंतजार के बाद अब हमारे ये साथी अपने प्रियजनों से मिलेंगे. इन सभी के परिजनों ने भी इस चुनौतीपूर्ण समय में जिस संयम और साहस का परिचय दिया है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए वो कम है. मैं इस बचाव अभियान से जुड़े सभी लोगों के जज्बे को भी सलाम करता हूं. उनकी बहादुरी और संकल्प-शक्ति ने हमारे श्रमिक भाइयों को नया जीवन दिया है. इस मिशन में शामिल हर किसी ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की है.’
कैसे रैट होल माइनिंग तकनीक इस बचाव कार्य में आई काम
रैट-होल माइनिंग (Rat Hole Mining) में, मजदूर खुदाई करने के लिए हाथ से पकड़े जाने वाले उपकरणों (छेनी-हथोड़ों) का उपयोग करते हैं और मलबा तसले से ऊपर पहुंचाते हैं। यह मेघालय में खनन का सबसे आम तरीका है, जहां कोयले की परत बहुत पतली है। सुरंगों का छोटा आकार होने की वजह से इसमें नाबालिग किशोरों या बच्चों को भी लागाया जाता है। कई बच्चे ऐसी खदानों में काम पाने के लिए खुद को वयस्क भी बताते हैं।
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