उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला है। धनखड़ ने बिना नाम लिए राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि उन व्यक्तियों को कोई मान्यता नहीं दी जा सकती, जो भारत के संस्थानों की छवि को देश और विदेश में खराब करते हैं। धनखड़ ने वैश्विक मंच पर भारत की सकारात्मक छवि प्रस्तुत करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जब आप विदेश यात्रा पर हों, तो इस बात का खास ध्यान रखे कि आप देश की कैसी छवि पेश कर रहे हैं।
‘हम विदेश में भारत की गलत छवि नहीं पेश कर सकते’
धनखड़ ने कहा, ”हम विदेश में भारत की गलत छवि नहीं पेश कर सकते। हर भारतीय, जो इस देश से बाहर जाता है, इस राष्ट्र का एक राजदूत होता है। उसे अपने दिल में देश और राष्ट्रवाद के प्रति 100% प्रतिबद्धता के अलावा कुछ भी नहीं होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, ”भारत का वर्तमान वातावरण व्यक्तियों को विकसित होने और सफल बनाने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है। लेकिन कुछ विमर्श इस प्रगति को नजरअंदाज कर नकारात्मक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करते हैं।”
धनखड़ ने राहुल के अमेरिका में दिए बयान पर हमला बोला
बता दें कि जगदीप धनखड़ ने ये बातें राहुल गांधी की अमेरिका में की गई उन टिप्पणियों के विरोध में कहा है। जिसमें नेता विपक्ष राहुल गांधी ने कहा था कि केवल उच्च वर्ग के लोग ही प्रतिष्ठित संस्थानों जैसे IITs और IIMs में प्रवेश प्राप्त करते हैं। धनखड़ ने राहुल गांधी की उस टिप्पणी, जिसमें उन्होंने SCs, STs, और OBCs के लिए 50% आरक्षण सीमा के बारे में बात की थी, इसे संविधान विरोधी मानसिकता बताया है।
उपराष्ट्रपति का राहुल गांधी पर यह अप्रत्यक्ष हमला कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र के तुरंत बाद आया है। जिसमें उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की अत्यंत आपत्तिजनक टिप्पणियों का जिक्र किया।
मीडिया से साहसी दृष्टिकोण अपनाने की अपील की
धनखड़ ने भारतीय राजनीति के अवनति को रोकने के लिए कानूनी कार्रवाई की मांग की है। अपने संबोधन में धनखड़ ने मीडिया से अधिक साहसी दृष्टिकोण अपनाने की अपील की और व्यक्तिगत-केंद्रित विमर्श पर कम ध्यान देने को कहा। धनखड़ के अनुसार लोकतंत्र तब फलता-फूलता है, जब मीडिया राष्ट्र की प्रगति के साथ जुड़े रहता है।