Vinod Tawde sends legal notice to Rahul Gandhi, Mallikarjun Kharge, Supriya Srinet

तावड़े का कांग्रेस नेताओं पर 100 करोड़ का मानहानि नोटिस!

Cash For Vote: महाराष्ट्र के बीजेपी नेता विनोद तावड़े पर पांच करोड़ रुपये बांटने का आरोप लगा था। आरोप ये था कि 19 नवंबर 2024 को, यानी विधानसभा चुनाव से ठीक एक दिन पहले, तावड़े मुंबई के एक होटल में मतदाताओं को पैसे बांटने पहुंचे थे। विरोधी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसे लेकर हंगामा भी मचाया था। हालांकि, तावड़े ने इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया था और कहा था कि वह इस तरह की हरकत नहीं कर सकते। अब इस मामले को लेकर तावड़े ने कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं – राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और सुप्रिया श्रीनेत को 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है। उनका कहना है कि कांग्रेस नेताओं ने जानबूझकर उनके खिलाफ झूठ फैलाया और उन्हें बदनाम करने की कोशिश की।

तावड़े ने नोटिस क्यों भेजा?

विनोद तावड़े ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने उन्हें बदनाम करने के लिए जानबूझकर झूठ फैलाया। उनका कहना था कि इन नेताओं ने झूठ बोलकर उनकी और बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचाया। तावड़े का कहना है कि अगर इन नेताओं ने सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो वह इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।

तावड़े ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “कांग्रेस का एक ही काम है – झूठ फैलाना। नालासोपारा वाले मामले में कांग्रेस ने मेरी और बीजेपी की छवि को जानबूझकर नुकसान पहुंचाया। मैंने उन्हें मानहानि का नोटिस भेजा है। अब अगर वे माफी नहीं मांगते, तो मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा।” तावड़े ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग और पुलिस ने इस आरोप की जांच की, लेकिन कोई ठोस प्रमाण नहीं मिले। उन्होंने इसे कांग्रेस की “निम्नस्तरीय राजनीति” करार दिया।

कांग्रेस ने क्या आरोप लगाए थे?

कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि तावड़े और बीजेपी के कुछ अन्य नेताओं ने चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए मतदाताओं को पैसे बांटे। सुप्रिया श्रीनेत ने तो ये तक कहा था कि तावड़े को इस मामले का जवाब देना चाहिए। कांग्रेस ने यह आरोप भी लगाया था कि यह मामला बीजेपी की भ्रष्ट राजनीति का हिस्सा है। तावड़े ने इस आरोप को पूरी तरह से नकारते हुए कहा कि वह जानबूझकर इस तरह के काम में शामिल नहीं हो सकते। उनका कहना था, “मुझे चुनावी नियमों का पूरा ज्ञान है और मैं इतना बेवकूफ नहीं हूं कि विरोधी पार्टी के होटल में जाकर इस तरह की गतिविधियों में शामिल हो जाऊं।”

 

तावड़े ने इस मामले में और जानकारी देते हुए एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मानहानि का नोटिस भेजने की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस नेताओं ने सिर्फ उनके और उनकी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए इस मामले को बढ़ाया। तावड़े ने लिखा, “कांग्रेस का काम सिर्फ झूठ फैलाना है। मैंने मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और सुप्रिया श्रीनेत को मानहानि का नोटिस भेजा है, क्योंकि उन्होंने इस मामले में झूठ फैलाकर मेरी और बीजेपी की छवि को नुकसान पहुंचाया।”

क्या है चुनाव आयोग की भूमिका?

चुनाव आयोग ने इस मामले में तुरंत संज्ञान लिया और एफआईआर दर्ज की। विपक्षी पार्टियों ने इस मामले को लेकर बीजेपी पर जमकर हमला बोला था। कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि बीजेपी चुनावी धन का गलत इस्तेमाल कर रही है। चुनाव आयोग की जांच के बाद भी इस मामले का कोई ठोस आधार नहीं मिला, लेकिन यह मामला राजनीतिक हलकों में गर्माया जरूर था। अब तावड़े ने कांग्रेस नेताओं को नोटिस भेज दिया है और उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की है। तावड़े का कहना है कि अगर कांग्रेस नेता माफी नहीं मांगते तो वह कानूनी कार्रवाई करेंगे।

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