ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्ला अली खामेनेई ने शुक्रवार को तेहरान की ग्रैंड मस्जिद में जुमे की नमाज के दौरान एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। यह नमाज हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह की याद में अदा की गई, जो हाल ही में इजरायली हवाई हमले में मारे गए थे। इस अवसर पर खामेनेई ने मुसलमानों से एकजुट रहने की अपील की, ताकि वे अपने साझा दुश्मनों का सामना कर सकें।
खामेनेई ने बताया कि यह हमला इजरायल पर फिलिस्तीन के अधिकारों के समर्थन में किया गया था। खामेनेई ने यह भी कहा कि अगर भविष्य में जरूरत पड़ी, तो ईरान फिर से इस तरह का हमला कर सकता है।
ये भी पढ़ें- ईरान-इजरायल में कौन किस पर भारी? जानें कौन हैं मिडिल ईस्ट का असली ‘शक्तिमान’
उन्होंने कहा, “हमने अपनी जिम्मेदारी निभाई है और आगे भी इसे निभाते रहेंगे। हम न तो जल्दबाजी करेंगे और न ही रुकेंगे।” खामेनेई के इस बयान से स्पष्ट होता है कि ईरान अपने लक्ष्यों को लेकर गंभीर है और भविष्य में भी इजरायल के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बना रहा है।
Sayyid Hassan #Nasrallah brought assurance and courage to the fighters and seekers of truth. The scope of his popularity and influence extended beyond Lebanon, Iran, and Arab countries, and now his martyrdom will increase his influence even more.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) October 4, 2024
एकजुटता है, तो खुदा का आशीर्वाद आपके साथ
अपने संबोधन में खामेनेई ने कुरान की शिक्षाओं का हवाला देते हुए कहा कि इस्लामी सरकारों का दायित्व है कि वे एक-दूसरे के साथ मिलकर रहें। उन्होंने कहा, “अगर आप में ये एकजुटता है, तो खुदा का आशीर्वाद आपके साथ है और आप अपने दुश्मनों पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।” यह एकजुटता केवल ईरान तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे मुस्लिम विश्व को एकजुट होकर काम करने की आवश्यकता है।
ये भी पढ़ें- लेबनान: कैसे 80 प्रतिशत ईसाई आबादी वाला देश बन गया मुस्लिम राष्ट्र?
खामेनेई ने फिलिस्तीन पर इजरायल के कब्जे का जिक्र करते हुए कहा कि फिलिस्तीनी लोगों को अपनी जमीन वापस पाने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा, “ईरान से लेबनान तक, सभी मुसलमान एकजुट होकर इस दुश्मन के खिलाफ खड़े हों।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दुश्मन विभिन्न देशों में अलग-अलग तरीके से काम कर रहा है, लेकिन उनके उद्देश्य समान हैं।
ग्रैंड मस्जिद में एकत्रित हुए हजारों की संख्या में लोग
इस खास नमाज के दौरान हजारों की संख्या में लोग ग्रैंड मस्जिद में एकत्रित हुए। मस्जिद में नसरल्लाह का बड़ा पोस्टर लगाया गया था, और नमाजियों ने हिजबुल्लाह के समर्थन में जोरदार नारे लगाए। लेबनानी और फिलिस्तीनी झंडे लहराते हुए लोगों ने नसरल्लाह और कासिम सुलेमानी के पोस्टर भी उठाए हुए थे। यह सामूहिक समर्थन इस बात का संकेत है कि ईरान की नीतियों का व्यापक समर्थन है।
इजरायल पर हमले की धमकी
खामेनेई ने अपने संबोधन में इजरायल को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी, तो ईरान फिर से इजरायल पर हमला करेगा। हाल ही में, उन्होंने इजरायल के खिलाफ मिसाइल हमलों का आदेश दिया था, जिसमें लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी गईं। उन्होंने इसे नसरल्लाह और अन्य प्रमुख हस्तियों की मौत का बदला बताया।