एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के मर्डर में इस्तेमाल किए गए हथियार कहां से आए? इसे लेकर मुंबई पुलिस जांच कर रही है। जानकारी के मुताबिक ऐसा अंदेशा लगाया जा रहा है कि हत्या में इस्तेमाल किए गए हथियार पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए सप्लाई किए गए थे। फिलहाल मुंबई पुलिस इस मामले से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है।
आरोपियों के पास तीन नहीं बल्कि चार हथियार थे
वहीं बाबा सिद्दिकी की हत्या की जांच कर रही मुंबई पुलिस को आरोपियों के हवाले से तीन हथियार ही हाथ लगी थी। लेकिन जांच के बाद अब सामने आ रहा है कि आरोपियों के पास तीन नहीं बल्कि चार हथियार थे। पुलिस के मुताबिक चौथा हथियार ऑस्ट्रेलिया मेड ड्रेटा पिस्टल थी।
पाकिस्तान की तरफ से भारत आए हथियार!
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो एक अधिकारी ने बताया कि इन हथियारों की जानकारी प्राप्त करने के लिए मुंबई पुलिस ने राजस्थान पुलिस को पिस्टल्स की फोटो भेजी थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक हथियारों की फोटो देखने के बाद राजस्थान पुलिस ने बताया कि ऐसे विदेशी पिस्टल्स पाकिस्तान की तरफ से भारत में ड्रोन के माध्यम से भेजे जाते हैं। हथियारों से जुड़ी अहम जानकारी सामने आने के बाद मुंबई पुलिस इन मामलों में लिप्त लोगों से पूछताछ कर रही है।
12 अक्टूबर को हुई बाबा सिद्दीकी की हत्या
गौर हो की अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को उनके विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के पास बैंड्रा ईस्ट के निर्मल नगर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। इस मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि तीन लोग फरार हैं। पुलिस के अनुसार, हरियाणा निवासी गुरमेल बलजीत सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप के साथ वांछित आरोपी शिवकुमार गौतम ने बाबा सिद्दीकी पर गोली चलाई। जबकि पुणे निवासी प्रवीन लोंकर के भाई शुभम का कथित संबंध जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से है।
कैसे की गई हत्या
शुभम और अन्य वांछित आरोपियों ने इस हत्या की साजिश रची थी और शूटरों को हथियार मुहैया कराए थे। तीनों शूटरों ने सिद्दीकी की सुरक्षा में तैनात पुलिस अधिकारी पर मिर्च पाउडर फेंका और फिर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस के अनुसार, पुणे के कबाड़ व्यापारी हरीश कुमार निषाद ने इस ऑपरेशन के लिए आर्थिक मदद भी की थी। मुख्य शूटर शिवकुमार गौतम के साथ प्रमुख आरोपी शुभम लोंकर और मोहम्मद जीशान अख्तर इस समय फरार हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी जीशान अख्तर अन्य सभी आरोपियों के संपर्क में था और उसने उन्हें कार्य पूरा करने के बाद भारी धनराशि और विदेश यात्रा का वादा किया था।
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने लि हत्या की जिम्मेदारी
वहीं, लॉरेंस बिश्नोई गैंग पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल द्वारा की गई कार्रवाई में कम से कम सात संदिग्ध शूटरों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों के बताया शूटर राजस्थान में किसी को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे।
ज्ञात हो कि बिश्नोई गैंग को हत्या, रंगदारी और हथियारों की तस्करी जैसी कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल माना जाता है। पिछले कुछ सालों में उसकी गतिविधियों का ग्राफ लगातार बढ़ता गया है।
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