संसद के उच्च सदन राज्यसभा में जारी संविधान पर चर्चा में मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह ने हिस्सा लिया है। इस दौरान संविधान में हुए संशोधनों को लेकर उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। इतना ही नहीं गृहमंत्री अमित शाह ने इस दौरान 35-ए का भी जिक्र किया है।
कांग्रेस पर बरसे अमित शाह
राज्यसभा में मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह जमकर कांग्रेस पर बरसे हैं। इस दौरान उन्होंने सवाल किया कि 35-ए के समय सत्ताधारी दल ने सदन में कब मतदान कराया है,ये बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या इसके लिए संसद में चर्चा हुई थी, ये बात भी देश को मालूम होनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि जो संविधान की दुहाई देते हैं, लेकिन जब आपने 35-ए लागू किया तो इसका आदेश पार्लियामेंट में कब डिबेट में आया, कब मतदान हुआ, किसने पारित किया है।
संविधान को अपनी जागीर समझता है कांग्रेस – शाह
संसद में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि आपकी पार्टी तो निजी परिवार की जागीर समझते है। संविधान को भी आप लोग निजी परिवार की जागीर समझते है। अमित शाह ने ईवीएम को लेकर भी कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि जब दो राज्यों के विधानसभा के चुनाव परिणाम एक ही दिन आए हैं और एक में किसी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया हो और दूसरे में वह जीत गई हो तो ईवीएम पर सवाल उठाने वालों को शर्म करनी चाहिए, क्योंकि जनता देख रही है।
चुनाव आयोग ने ईवीएम हैक करने के लिए बुलाया
इतना ही नहीं अमित शाह ने कहा कि इस पार्टी के लोग चुनाव हारने के बाद ईवीएम को लेकर घूमते हैं कि ईवीएम ने हरा दिया है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम संबंधी 24 अर्जियों को नकार दिया है, चुनाव आयोग ने 3 दिन तक ईवीएम को हैक करने के लिए लोगों को बुलाया था, लेकिन कोई कोई नहीं गया था। जो द्रोह जनादेश के साथ किया गया, उसका दंड महाराष्ट्र की जनता ने दिया है।
राहुल गांधी पर साधा निशाना
अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना निशाना साधा है। अमित शाह ने कहा कि अभी कुछ राजनेता आए हैं, 54 साल की उम्र में खुद को युवा कहते हैं। उन्होंने कहा वो घूमते रहते हैं और कहते हैं कि सरकार संविधान बदल देगी, उनसे मैं कहना चाहता हूं कि संविधान बदलने का प्रावधान संविधान के अनुच्छेद 368 में ही है। भाजपा ने 16 साल शासन किया, जिसमें 22 बार संशोधन किया है। कांग्रेस ने 55 साल शासन किया और उसने संविधान में 77 बार परिवर्तन किया है।