बिहार की राजधानी पटना में हाल ही में हुए बीजेपी के एक कार्यक्रम में भोजपुरी सिंगर देवी के गाए भजन ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ को लेकर बड़ा विवाद हो गया। यह घटना तब सामने आई जब देवी ने इस भजन को मंच पर गाना शुरू किया और इसके बाद कुछ ही मिनटों में माहौल गरम हो गया। दर्शकों का गुस्सा इस हद तक बढ़ गया कि उन्होंने जय श्री राम के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिसके बाद देवी को माफी मांगने पर मजबूर होना पड़ा। इस घटना ने सोशल मीडिया पर भी तूफान मचा दिया और कई लोग इस विवाद पर अपनी-अपनी राय देने लगे।
विवाद कैसे हुआ?
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब पटना के गांधी मैदान में बीजेपी द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती और पंडित मदन मोहन मालवीय की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में भोजपुरी सिंगर देवी को भी आमंत्रित किया गया था। देवी ने जब माइक पर ‘ईश्वर अल्लाह तेरो नाम’ भजन गाना शुरू किया, तो दर्शक इस भजन से नाराज हो गए। उनका कहना था कि यह भजन हिंदू समाज की धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है। इसके बाद, कार्यक्रम में बैठे लोग उठकर जय श्री राम के नारे लगाने लगे और माहौल और भी तनावपूर्ण हो गया।
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इसके बाद देवी ने तुरंत माहौल को शांत करने की कोशिश की और कहा कि वह “वासुधैव कुटुंबकम” में विश्वास करती हैं, यानी वह पूरी दुनिया को एक परिवार मानती हैं और किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन दर्शकों के गुस्से को देखते हुए देवी ने माफी मांगी और फिर दूसरे गीत गाने की कोशिश की।
कौन हैं सिंगर देवी?
देवी भोजपुरी सिंगर के तौर पर एक बहुत ही सम्मानित नाम हैं। उनकी गायकी में हमेशा शालीनता और सभ्यता रही है। वह अपनी गायकी के लिए जानी जाती हैं, जो कभी भी अश्लीलता और विवादों से नहीं जुड़ी रही। देवी का जन्म बिहार के छपरा जिले में हुआ था, और यहीं से उन्होंने संगीत की शुरुआत की थी। उनके पिता भी साहित्यिक थे और उन्होंने देवी को हमेशा अच्छे और शालीन गीतों की ओर प्रेरित किया। यही वजह है कि देवी के गीतों में कभी भी अश्लीलता नहीं पाई जाती और उनकी छवि एक संस्कारी गायिका के रूप में बनी रही।
देवी ने भोजपुरी इंडस्ट्री में एक मजबूत पहचान बनाई है। वह उन गिने-चुने सिंगर्स में से हैं जिन्होंने भोजपुरी गानों में अश्लीलता का विरोध किया और हमेशा साफ-सुथरी गायकी को बढ़ावा दिया। उनके अब तक 50 से ज्यादा एल्बम रिलीज हो चुके हैं और उनके गाने आज भी हर समारोह और कार्यक्रम में बजते हैं। देवी न केवल भोजपुरी बल्कि हिंदी, मैथिली और मगही में भी गा चुकी हैं।
देवी का करियर उस वक्त शिखर पर पहुंचा जब उनका एल्बम ‘बावरिया’ रिलीज हुआ। यह एल्बम चंदा कैसेट्स द्वारा जारी किया गया था और इसमें 8 गाने थे। इस एल्बम ने उन दिनों यूपी और बिहार में धमाल मचाया। ‘बावरिया’ की सफलता के बाद देवी की आवाज़ की बहुत तारीफ हुई और उनकी गायकी को लोगों ने खूब सराहा। इस एल्बम के बाद देवी भोजपुरी इंडस्ट्री में एक बड़े नाम के रूप में उभरीं और उनकी पहचान एक बेहतरीन गायिका के तौर पर स्थापित हो गई।
माफी मांगने पर देवी ने क्या कहा?
पटना में हुए इस विवाद के बाद देवी को माफी मांगनी पड़ी। उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का नहीं था। देवी ने यह भी कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती हैं और उनका विश्वास वासुधैव कुटुंबकम में है, यानी वह पूरी दुनिया को एक परिवार मानती हैं। देवी ने इसके बाद दूसरे गीत गाने की कोशिश की, ताकि माहौल शांत हो सके।
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उन्होंने सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर माफी मांगी और कहा कि वह कभी भी किसी की भावना को चोट नहीं पहुंचाना चाहतीं। उन्होंने यह भी कहा कि संगीत सभी धर्मों और समाजों से ऊपर होता है और उनका उद्देश्य कभी भी किसी को नाराज करना नहीं था।
भोजपुरी गानों में अश्लीलता का विरोध करती रही हैं देवी
देवी भोजपुरी संगीत इंडस्ट्री में अपनी गायकी और योगदान के लिए जानी जाती हैं। वह हमेशा से ही भोजपुरी गानों में अश्लीलता का विरोध करती रही हैं। देवी मानती हैं कि भोजपुरी संगीत को साफ-सुथरा और सभ्य होना चाहिए, ताकि यह युवा पीढ़ी को अच्छे मूल्य और संस्कार दे सके। उनका मानना है कि संगीत समाज को एकजुट करने का एक बेहतरीन जरिया हो सकता है, और उन्होंने हमेशा अपने गानों के जरिए समाज में सकारात्मकता फैलाने की कोशिश की है।