ईरान-इजरायल में कौन किस पर भारी? जानें कौन हैं मिडिल ईस्ट का असली ‘शक्तिमान’
israel vs iran: गुरुवार की आधी रात को, इजरायल (israel vs iran) ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर एक जबरदस्त एयर स्ट्राइक की। इस हमले में कई लोगों के मारे जाने की सूचना है, जिससे क्षेत्र में हालात और बिगड़ गए हैं। बेरूत के एयरपोर्ट के पास भीषण विस्फोटों की आवाज़ सुनाई दी, जिससे आसपास के इलाकों में अफरा-तफरी मच गई।
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इजरायल का यह हमला विशेष रूप से हिज्बुल्लाह के संभावित प्रमुख, हाशिम सफीद्दीन को टारगेट करके किया गया है। ये हमले उस समय हो रहे हैं जब मिडिल ईस्ट में संघर्ष और अस्थिरता बढ़ रही है, जिसका असर भारत और अन्य देशों पर भी पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के हमलों से क्षेत्रीय स्थिरता को और खतरा हो सकता है, क्योंकि हिज्बुल्लाह ने प्रतिशोध की धमकी दी है। इस स्थिति ने दुनिया भर के देशों को चिंता में डाल दिया है, और अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहा है।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सभी की निगाहें अब इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच संभावित नए संघर्ष पर हैं। ऐसे में अगर ईरान और इजरायल बीच फुल स्केल वॉर शुरू हो गया तो कौन भारी पड़ेगा? ईरान और इजरायल में से किसकी सेना ज्यादा ताकतवर (Who is more powerful between Iran and Israel) है, कौन से हथियार हैं?
ईरान की सैन्य ताकत (iran power )
ईरान, जिसकी कुल आबादी लगभग 9 करोड़ है, ने अपने सैन्य क्षेत्र में एक मजबूत स्थिति बनाई है। इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रैटेजिक स्टडीज के अनुसार, ईरान दुनिया की 14वीं सबसे बड़ी मिलिट्री ताकत है और मिडिल ईस्ट में इसकी स्थिति सबसे प्रमुख है। ईरान की कुल जीडीपी 413 बिलियन डॉलर है, और इसका रक्षा बजट करीब 7.4 बिलियन डॉलर है, जो जीडीपी का लगभग 2 प्रतिशत है।
सैनिकों की संख्या
ईरान की सेना में सक्रिय सैनिकों की संख्या 580,000 है, जबकि रिजर्व फोर्स में 200,000 सैनिक शामिल हैं। इस प्रकार, कुल सैनिकों की संख्या लगभग 780,000 है, जो ईरान की सैन्य ताकत को और बढ़ाती है।
हथियार और मिसाइलें
ईरान की सबसे बड़ी ताकत उसकी बैलेस्टिक मिसाइलें हैं। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के अनुसार, ईरान पूरे मिडिल ईस्ट में सबसे अधिक बैलेस्टिक मिसाइलों का मालिक है। ईरान ने 1980 के दशक में इराक के साथ युद्ध के दौरान अपने मिसाइल सिस्टम को विकसित करना शुरू किया और एक दशक में उसने छोटी दूरी की सैकड़ों मिसाइलें तैयार कीं।
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ईरान के पास ‘सेजिल’ नाम की मिसाइल है, जो 17,000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से 2,500 किलोमीटर तक जा सकती है। इसके अलावा, ‘खैबर’ मिसाइल की रेंज 2,000 किलोमीटर है, और ‘हज कासेम’ मिसाइल 1,400 किलोमीटर तक पहुंच सकती है। ईरान के पास केएच-55 जैसी क्रूज मिसाइलें भी हैं, जो परमाणु क्षमता से लैस होने का दावा करती हैं और 3,000 किलोमीटर तक परमाणु हथियार ले जा सकती हैं।
हाइपरसोनिक मिसाइलें
हाल ही में ईरान ने हाइपरसोनिक मिसाइलों का विकास किया है, जो साउंड की स्पीड से 5 गुना तेज होती हैं। इन मिसाइलों का इंटरसेप्ट करना बहुत कठिन है। यह तकनीक ईरान की सैन्य शक्ति को और बढ़ाती है।
ड्रोन क्षमता
ईरान ड्रोन उत्पादन में भी अग्रणी है, और उसके पास Mohajer-10 नाम का ड्रोन है, जो 2,000 किलोमीटर तक उड़ सकता है और 200 किलो वजन उठाने की क्षमता रखता है।
वायु सेना और नौसेना
ईरान की वायु सेना में 273 फाइटर जेट और 50 से अधिक हेलीकॉप्टर शामिल हैं। इसके पास 1,783 टैंक और 572 बख्तरबंद गाड़ियां भी हैं। हालाँकि, ईरान की नौसेना उतनी आधुनिक नहीं है, फिर भी उसके पास 220 जहाज हैं, जो उसे इजरायल की तुलना में एक बढ़त देते हैं, क्योंकि इजरायल के पास केवल 60 जहाज हैं।
परमाणु हथियार
ईरान के पास परमाणु हथियार होने का दावा किया जाता है, हालांकि इस पर कभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह मुद्दा वैश्विक राजनीति में एक महत्वपूर्ण बिंदु बना हुआ है।
इजरायल की सैन्य ताकत (israel power)
इजरायल की सेना, जिसे आधिकारिक रूप से IDF (Israel Defense Forces) कहा जाता है, दुनिया की 20वीं सबसे ताकतवर सेना मानी जाती है। इस सेना में लगभग 169,500 सक्रिय सैनिक और 465,000 रिजर्व सैनिक शामिल हैं, जिससे कुल संख्या 634,500 होती है। यह संख्या ईरान की सेना से कम है, लेकिन इजरायल का रक्षा बजट ईरान के मुकाबले 7 गुना ज्यादा है, जो इसे एक महत्वपूर्ण सैन्य शक्ति बनाता है।
अत्याधुनिक हथियार से लैस है इजरायल
इजरायल के पास कई अत्याधुनिक हथियार हैं, जैसे:
आयरन डोम: यह प्रणाली दुश्मन की छोटी दूरी की मिसाइलों और रॉकेटों को हवा में ही नष्ट करने में सक्षम है।
डेविड्स स्लिंग: यह लंबी दूरी की मिसाइलों को रोकने के लिए विशेष रूप से विकसित की गई है।
इजरायल के पास 1200 से अधिक तोपखाने, मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम और स्मार्ट बम भी हैं, जो उसे युद्ध में अत्यधिक प्रभावी बनाते हैं।
वायु सेना की क्षमताएँ
इजरायल की वायु सेना में 241 लड़ाकू जेट, 48 लड़ाकू हेलिकॉप्टर और लगभग 2200 टैंक शामिल हैं। यह संख्या उसे किसी भी सैन्य संघर्ष में एक महत्वपूर्ण बढ़त देती है।
नौसेना की स्थिति
इजरायल की नौसेना में 7 युद्धपोत और 6 पनडुब्बियां शामिल हैं, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम हैं। यह उसे समुद्री सुरक्षा में भी एक मजबूत स्थिति प्रदान करता है।
खुफिया एजेंसी: मोसाद
इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद अपनी विशेषता के लिए जानी जाती है। यह एजेंसी अपने लक्ष्यों को चुनकर समाप्त करने में दक्ष है, जो देश की सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
परमाणु हथियार
हालाँकि इजरायल ने आधिकारिक रूप से अपने परमाणु हथियारों की संख्या स्वीकार नहीं की है, लेकिन यह कहा जाता है कि उसके पास कम से कम एक दर्जन परमाणु हथियार मौजूद हैं।