रतना टाटा के देहान्त के बाद उनके सौतेले भाई नोएल टाटा को टाटा ट्रस्ट्स का नया चेयरमैन बनाया गया है। शुक्रवार को मुंबई में हुई एक बैठक में सर्वसम्मति से नोएल टाटा को इस पद के लिए चुना गया। वहीं टाटा समूह से संबंध रखने वाला पारसी समुदाय भी यही चाहता था कि टाटा ट्रस्ट्स की जिम्मेदारी किसी ऐसे व्यक्ति के हाथ में दी जाए जिसका उपनाम टाटा हो। इस लिहाज से भी नोएल टाटा सही चुनाव थे।
40 वर्षों से टाटा समूह के प्रमुख
1957 में नवल टाटा और सिमोन टाटा के घर पैदा हुए नोएल टाटा पिछले 40 वर्षों से टाटा समूह के प्रमुख व्यक्तित्वों में से एक रहे हैं। समूह की कई कंपनियों में विभिन्न नेतृत्व भूमिकाओं में कार्यरत हैं। वर्तमान में वे टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन सहित कई प्रमुख टाटा समूह की कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं। इसके अलावा वे टाटा स्टील और टाइटन कंपनी लिमिटेड के उपाध्यक्ष भी हैं।
नोएल टाटा का ट्रेंट लिमिटेड, जो टाटा समूह का खुदरा (रिटेल) विभाग है में उनका नेतृत्व विशेष रूप से उल्लेखनीय है। नोएल टाटा ने 11 साल से अधिक समय तक ट्रेंट के प्रबंध निदेशक के रूप में सेवा की और कंपनी को ₹2.8 लाख करोड़ की खुदरा बाजार का दिग्गज बनाने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 2010 से 2021 तक टाटा इंटरनेशनल के प्रबंध निदेशक के रूप में भी काम किया। जहां उन्होंने कंपनी का कारोबार $500 मिलियन से बढ़ाकर $3 बिलियन से अधिक कर दिया।
11वें और 6वें चेयरमैन
नोएल टाटा टाटा ट्रस्सट् के 11वें और 6वें चेयरमैन बने हैं। जिसमें उन्हें सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के 11वें चेयरमैन और सर रतन टाटा ट्रस्ट के 6वें चेयरमैन के रूप में चुना गया है। नोएल की पढाई की बात करे तो उन्होंने यूके के ससेक्स यूनिवर्सिटी और INSEAD में इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम (IEP) से पढ़ाई की है।
इसलिए जाने जाते हैं नोएल टाटा
नोएल को उनके रणनीतिक कौशल के लिए जाना जाता है। 2014 से ट्रेंट लिमिटेड के अध्यक्ष के रूप में उनके नेतृत्व में कंपनी के शेयरों में पिछले एक दशक में 6,000% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। वे टाटा समूह के वैश्विक व्यापार, विशेष रूप से खुदरा और अंतर्राष्ट्रीय व्यवसाय क्षेत्रों में अपने रणनीतिक नेतृत्व के लिए भी जाने जाते हैं।
टाटा संस के चेयरमैन के लिए भी चूने गए थे!
एक समय था जब नोएल को टाटा संस के चेयरमैन पद के लिए चुना गया था। लेकिन बाद में यह पद उनके साले साइरस मिस्त्री को मिल गया। लेकिन मिस्त्री ज्यादा दिन तक इस पद पर नहीं रहे। मिस्त्री ने टाटा संस के चेयरमैन पद से इस्तीफा दे दिया। उनका इस्तीफा खाफी विवादास्पद रहा। जिसेक बाद एन चंद्रशेखरन को टाटा संस का चेयरमैन बनाया गया।
नोएल की फैमिली
नोएल टाटा की फैमली की बात करें तो उनके तीन बच्चे हैं जिसमें से माया और लीह नाम की दो बेटियां और नेविल उनके बेटे हैं। नोएल टाटा की दोनों बेटियां टाटा ग्रुप की कंपनियों में काम करती हैं। बड़ी बेटी 39 साल की लीह को आह ही में इंडियन होटल्स में गेटवे ब्रांड का प्रभार बना गया है। वहीं 36 साल की माया टाटा डिजिटल देखती हैं। नोएल के बेटे नेविल टाटा 2016 में ट्रेंट में शामिल हुए हैं।
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