भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के नगरोटा निर्वाचन क्षेत्र के विधायक देवेंद्र सिंह राणा का निधन गुरुवार रात को फरीदाबाद के एक अस्पताल में हो गया। उनके आकस्मिक निधन से जम्मू-कश्मीर में शोक का माहौल बन गया है। राणा, जो केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह के छोटे भाई थे, ने 2014 में नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के टिकट पर विधानसभा चुनाव जीते थे। हाल ही में हुए चुनाव में उन्होंने भाजपा के टिकट पर शानदार जीत हासिल की थी।
देवेंद्र सिंह राणा का राजनीतिक करियर कई महत्वपूर्ण मोड़ लेकर आया। उन्होंने 2024 के विधानसभा चुनाव में अपने प्रतिद्वंद्वी को 30,472 मतों के बड़े अंतर से हराया, जबकि एनसी के जोगिंदर सिंह को 17,641 वोट मिले थे। जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रमुख रविंदर रैना ने कहा, “देवेंद्र सिंह राणा हमेशा जम्मू-कश्मीर की जनता के दिलों में जिंदा रहेंगे। उन्होंने समाज के हर वर्ग के लिए काम किया और उनका योगदान अमूल्य था।”
कौन थे देवेंद्र सिंह राणा?
व्यवसायी परिवार में जन्मे राणा ने अपने करियर की शुरुआत जामकाश व्हीकल्स के संस्थापक के रूप में की। उन्होंने जम्मू और कश्मीर में कार बाजार को नई दिशा दी और उत्तर भारत में मारुति कार के शीर्ष विक्रेता के रूप में अपनी पहचान बनाई। इसके अलावा, उन्होंने टेकवन टीवी की स्थापना की, जिससे उनका व्यवसाय मीडिया क्षेत्र में भी विस्तारित हुआ।
उमर अब्दुल्ला के करीबी सहयोगी रहे राणा ने अक्टूबर 2021 में भाजपा में शामिल होकर अपनी राजनीतिक निष्ठा बदल ली। जम्मू संभाग में स्थानीय समुदायों के साथ उनके घनिष्ठ संबंध थे, और वे क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में एक प्रमुख व्यक्ति थे। उनके निधन पर भाजपा के साथी, मित्र और समर्थक जम्मू में उनके निवास पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए एकत्र हुए।
जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने राणा के निधन पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि देश ने एक देशभक्त और समर्पित नेता खो दिया है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भी इस अवसर पर शोक व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की।
विधानसभा चुनावों की स्थिति
हाल ही में हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में एनसी ने 42 सीटें, भाजपा ने 29, कांग्रेस ने 6 और पीडीपी ने 3 सीटें जीतीं। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 7 सीटें हासिल की हैं। एनसी ने कांग्रेस और अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर सरकार बनाई है।
जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक गतिविधियों के बीच, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने विधानसभा सत्र में अनुच्छेद 370 की बहाली के लिए प्रस्ताव लाने का निर्णय लिया है। इस संवेदनशील समय में देवेंद्र सिंह राणा का निधन राजनीतिक परिदृश्य में एक बड़ा झटका है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा, और उनके समर्थक एवं साथी इस कठिन समय में उनके परिवार के साथ खड़े हैं।