दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा? बीजेपी के ये 5 नेता हैं रेस में सबसे आगे

दिल्ली की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ है। 27 साल के लंबे इंतजार के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने दिल्ली की सत्ता में धमाकेदार वापसी की है। आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी शिकस्त देते हुए बीजेपी ने 70 में से 48 सीटों पर कब्जा जमाया है। चुनाव प्रचार के दौरान बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार की घोषणा नहीं की थी और पूरा फोकस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रचार पर रखा था। अब जब जीत मिल चुकी है, तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?

बीजेपी के संभावित मुख्यमंत्री उम्मीदवार

बीजेपी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से जब सीएम चेहरे के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व करेगा। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री पद की दौड़ में पांच नाम सबसे आगे हैं…

1. प्रवेश वर्मा: पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा के बेटे प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट से चुनाव लड़कर आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल को हराया है। इस जीत के साथ उन्होंने “जायंट किलर” का तमगा हासिल किया है। जाट समुदाय से आने वाले प्रवेश वर्मा की इस जीत से ग्रामीण दिल्ली, पश्चिम यूपी, हरियाणा और राजस्थान के जाट वोटरों तक सकारात्मक संदेश जाएगा।

2. सतीश उपाध्याय: बीजेपी के ब्राह्मण चेहरे के रूप में जाने जाने वाले सतीश उपाध्याय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने संगठन में कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं और एनडीएमसी के वाइस चेयरमैन के रूप में प्रशासनिक अनुभव भी रखते हैं। आरएसएस के करीबी माने जाने वाले उपाध्याय मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान सह प्रभारी भी रह चुके हैं।

3. आशीष सूद: पंजाबी समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले आशीष सूद दिल्ली बीजेपी के महासचिव रह चुके हैं। वह पार्षद भी रहे हैं और वर्तमान में गोवा के प्रभारी और जम्मू-कश्मीर के सह प्रभारी हैं। जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में उनकी अहम भूमिका रही है। केंद्रीय नेताओं के साथ उनके करीबी संबंध हैं और वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।

4. जितेंद्र महाजन: रोहतास नगर विधानसभा सीट से जीतने वाले जितेंद्र महाजन वैश्य समाज से आते हैं और आरएसएस के काफी करीबी माने जाते हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने जीत हासिल की थी, जिससे उनकी लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है।

5. विजेंद्र गुप्ता: दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे विजेंद्र गुप्ता रोहिणी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत चुके हैं। वह दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं और वैश्य समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं। आप की लहर के बावजूद उन्होंने पहले भी विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।

बीजेपी की रणनीति और संतुलन साधने की कोशिश

बीजेपी जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने का प्रयास करेगी। संतुलन बनाने के लिए पार्टी ने कई राज्यों में डिप्टी सीएम भी नियुक्त किए हैं। अब सवाल उठता है कि क्या दिल्ली में भी बीजेपी ऐसा करेगी? पार्टी के अंदर इस पर मंथन जारी है।

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