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चीन क्यों बन चुका है दुनिया की सबसे घातक महामारियों का अड्डा?

चीन में पिछले कुछ सालों में जितनी भी महामारियाँ फैली हैं, उनमें से कुछ सबसे ज़्यादा डरावनी और घातक रही हैं। कोरोना वायरस (COVID-19) हो या फिर 2003 में आया SARS वायरस, ये दोनों ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया। अब एक बार फिर चीन से एक नया वायरस, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) फैलने की खबरें आ रही हैं, जो बच्चों को बहुत ज्यादा प्रभावित करता है और कोविड-19 जैसे लक्षण पैदा करता है।

 

महामारी का नाम साल वायरस का नाम संक्रमित व्यक्ति मृतकों की संख्या फैलने के कारण
SARS (सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) 2002-2003 SARS-CoV 8,000+ 774 चमगादड़ से इंसानों में फैलने वाला वायरस, वेट मार्केट्स
H5N1 (बर्ड फ्लू) 1996 H5N1 वायरस 700+ (2003-2006) 60% मृत्यु दर पक्षियों से इंसानों में फैलने वाला वायरस
COVID-19 (कोरोना वायरस) 2019-2020 SARS-CoV-2 200+ मिलियन 6 मिलियन से अधिक चमगादड़ और अन्य जानवरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस, वेट मार्केट्स
H7N9 (बर्ड फ्लू) 2013 H7N9 वायरस 1,500+ (2013-2017) 39% मृत्यु दर पक्षियों से इंसानों में फैलने वाला वायरस
SWINE FLU (स्वाइन फ्लू) 2009-2010 H1N1 वायरस 1,400,000+ (वर्ल्डवाइड) 18,500 से ज्यादा (वर्ल्डवाइड) सूअरों से इंसानों में फैलने वाला वायरस
MERS (मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम) 2012-2013 MERS-CoV 2,500+ (दुनिया भर में) 858 ऊंट से इंसानों में फैलने वाला वायरस

 

लेकिन सवाल यह उठता है कि ऐसा क्यों होता है? आखिर क्यों चीन बार-बार महामारियों का घर बनता है? इसके पीछे कुछ बेहद अहम वजहें हैं, जिनकी वजह से चीन कई बार दुनिया के सबसे बड़े महामारी के केंद्र के रूप में सामने आया है। आइए जानते हैं इन वजहों को और समझते हैं कि क्यों चीन के लिए यह एक पैटर्न बन गया है।

1. घनी आबादी: संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा कारण

चीन की जनसंख्या एक अरब से भी ज्यादा है, और इसमें से ज़्यादातर लोग शहरों में रहते हैं, जहां जनसंख्या घनत्व बहुत ज्यादा है। इतनी बड़ी आबादी का मतलब है कि बीमारियां बहुत जल्दी फैल सकती हैं।

चीन के बड़े शहरों में हर 10 मीटर पर एक व्यक्ति खड़ा हो सकता है, ऐसे में किसी एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर वायरस बहुत जल्दी फैलता है। बीमारियों का फैलाव घनी आबादी वाले इलाकों में सबसे तेजी से होता है, और चीन में यह पूरी तरह से देखा गया है।

कोरोना महामारी के दौरान इसका सबसे अच्छा उदाहरण सामने आया था, जब एक शहर से वायरस निकलकर पूरी दुनिया में फैल गया। ऐसे में जहां तक चीन की बात है, वह महामारी का प्रमुख केंद्र बन चुका है, और इसकी सबसे बड़ी वजह उसका घना जनसंख्या घनत्व है।

2. जंगली जानवरों से संपर्क: महामारी का मुख्य कारण

चीन में जंगली जानवरों का मांस खाने की प्रथा एक लंबा इतिहास रखती है। यह सिर्फ एक सांस्कृतिक आदत नहीं, बल्कि यहां के कुछ हिस्सों में यह रोज़मर्रा की जिंदगी का हिस्सा है। यही कारण है कि बहुत सारे वायरस, जो इन जंगली जानवरों में होते हैं, इंसानों तक पहुंच जाते हैं।

इसका सबसे बड़ा उदाहरण कोरोना वायरस (COVID-19) है, जिसका उद्भव चमगादड़ों से हुआ था और बाद में यह इंसानों तक फैल गया। इसके अलावा, चीन में सियार, बिल्लियाँ, सूअर, कुत्ते और अन्य जंगली जानवरों का मांस भी खाया जाता है, जो कई वायरस के वाहक होते हैं। जब इन जानवरों का मांस खाया जाता है, तो वायरस इंसानों तक पहुंच जाता है और फिर महामारी का रूप लेता है।

चीन के कुछ इलाकों में लोग इन जानवरों के शरीर से सीधे संपर्क में आते हैं, जिससे वायरस इंसान के शरीर में प्रवेश करता है और फिर फैलने लगता है। यह एक प्रमुख कारण है कि चीन में इतनी बार महामारियाँ फैली हैं।

3. वेट मार्केट्स: वायरस फैलने के सबसे बड़े अड्डे

चीन के वेट मार्केट्स (जिंदा जानवरों के बाजार) में जंगली जानवरों की बिक्री होती है। इन बाजारों में सबसे ज्यादा खतरा होता है, क्योंकि यहां इंसान और जानवर एक-दूसरे के पास होते हैं, और वायरस बहुत आसानी से इंसान में संक्रमण फैला सकते हैं।

वेट मार्केट्स में जानवरों के खून, मांस और आंतों का संपर्क इंसान के शरीर से हो सकता है, जिससे वायरस इंसान में घुसने का रास्ता पाता है। इन बाजारों में इन जानवरों का मांस खुलेआम बेचा जाता है, और यही कारण है कि ये वायरस के फैलने के लिए सबसे बड़ी वजह बन जाते हैं।

चीन सरकार ने कुछ समय पहले इन वेट मार्केट्स को बंद करने की योजना बनाई थी, लेकिन यह एक बड़ा कदम साबित नहीं हुआ है। इन बाजारों में लोगों की भीड़ और कमी से साफ-सफाई की स्थिति बेहद खराब रहती है, जो वायरस के फैलने के लिए आदर्श स्थिति बनाता है।

4. तेज़ ट्रांसपोर्ट नेटवर्क: संक्रमण फैलने का आसान तरीका

चीन में बहुत तेजी से शहरीकरण हो रहा है। पहले जो छोटे-छोटे गांव थे, अब वे बड़े शहरों में तब्दील हो चुके हैं। इसके साथ-साथ यहां का ट्रांसपोर्ट नेटवर्क भी बहुत मजबूत हुआ है। बड़े-बड़े शहरों के बीच ट्रेन, बस और हवाई यात्रा के ज़रिए लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से जा सकते हैं।

जब किसी एक शहर में महामारी फैलती है, तो इसके दूसरे शहरों में पहुंचने में देर नहीं लगती। अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और ट्रेनों के ज़रिए वायरस बहुत जल्दी दूसरे देशों तक पहुंच सकता है। कोरोना वायरस के प्रकोप ने यह साबित कर दिया कि वायरस एक जगह से दूसरी जगह कितनी जल्दी फैल सकता है।

चीन के शहरीकरण और तेज़ ट्रांसपोर्ट नेटवर्क ने वायरस को फैलाने के लिए एक आसान रास्ता बना दिया है। एक बार वायरस एक जगह से फैलने लगता है, तो वह ट्रांसपोर्ट के जरिए बहुत जल्दी अन्य जगहों तक पहुंच जाता है, और इस कारण महामारी का विस्तार हो जाता है।