अमेरिका के अरबपति और ट्विटर के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने USAID (United States Agency for International Development) को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। मस्क ने USAID को एक “आपराधिक संगठन” करार देते हुए कहा कि इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए। यह बयान उस वक्त आया जब USAID के दो अधिकारियों को ट्रंप प्रशासन के DOGE (Government Office of Digital Empowerment) के अधिकारियों को संवेदनशील जानकारी देने से मना करने के कारण छुट्टी पर भेज दिया गया था। एलन मस्क का यह ट्वीट सरकार के खर्चों और कार्यदक्षता को लेकर उनके दृष्टिकोण को दर्शाता है। मस्क के इस बयान को लेकर सवाल उठने लगे हैं कि क्या यह सिर्फ एक आलोचना का तरीका था या फिर मस्क सच में अमेरिका की मदद एजेंसियों के कार्य करने के तरीके को लेकर गंभीर हैं। आइए, जानते हैं कि USAID क्या है, क्या काम करता है, और आखिर क्यों एलन मस्क ने इस पर हमला बोला।
USAID क्या है और यह क्या करता है?
USAID (United States Agency for International Development) एक अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसी है, जो अमेरिका सरकार के तहत कार्य करती है। इसका मुख्य उद्देश्य दुनियाभर के विकासशील देशों में मानवीय सहायता और विकास परियोजनाएं चलाना है। इस संगठन का गठन 1961 में हुआ था और तब से यह लाखों लोगों की ज़िंदगी में सुधार लाने के लिए काम कर रहा है। USAID की प्रमुख भूमिका स्वास्थ्य, शिक्षा, आर्थिक विकास, संघर्ष के बाद राहत और लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में सुधार करना है। इसका बजट सालाना 50 बिलियन डॉलर से भी अधिक है और यह दुनिया के विभिन्न हिस्सों में काम करता है। दुनिया के कई देशों में बुनियादी सुविधाओं की कमी, युद्ध, प्राकृतिक आपदाओं और आर्थिक संकटों से निपटने के लिए USAID ने कई योजनाएं शुरू की हैं।
USAID की मुख्य परियोजनाएं
स्वास्थ्य सेवाएं: USAID स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए काम करता है, जैसे कि टीकाकरण, मातृत्व स्वास्थ्य और एचआईवी/AIDS जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए कार्यक्रम।
शिक्षा: शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए USAID विभिन्न देशों में स्कूलों की स्थापना और शिक्षा प्रणालियों को मजबूत करता है।
आर्थिक सहायता: यह गरीब देशों की आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करता है और स्थानीय व्यवसायों को सहायता प्रदान करता है।
मानवाधिकार: USAID लोकतंत्र को बढ़ावा देने और मानवाधिकारों की रक्षा करने के लिए भी काम करता है।
Elon Musk on USAID threatening Senator Joni Ernst: “It’s outrageous that a taxpayer-funded organization would threaten a U.S. Senator who is simply trying to figure out if American taxpayer money is being spent correctly and not fraudulently.”
pic.twitter.com/zWoSgOeWmL— ALX 🇺🇸 (@alx) February 3, 2025
एलन मस्क का USAID पर हमला
एलन मस्क ने अपने ट्वीट में USAID को एक “आपराधिक संगठन” बताया और कहा कि इसे पूरी तरह से समाप्त कर देना चाहिए। मस्क का यह बयान उस खबर के बाद आया जिसमें बताया गया कि USAID के दो अधिकारियों ने ट्रंप प्रशासन के DOGE (Government Office of Digital Empowerment) को संवेदनशील जानकारी देने से इंकार कर दिया था। एलन मस्क का आरोप था कि जब सरकारों को पारदर्शिता और जिम्मेदारी की जरूरत होती है, तो USAID जैसी एजेंसियां अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश करती हैं। मस्क का यह बयान एक तरफ जहां उनके सरकार के खर्चों को लेकर कड़े दृष्टिकोण को दर्शाता है, वहीं दूसरी तरफ यह भी सवाल उठाता है कि USAID और अन्य सरकारी संस्थाओं की कार्यशैली पर कब तक सवाल उठाए जाएंगे।
ट्रंप प्रशासन के दौरान USAID पर क्या दबाव था?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शासनकाल के दौरान USAID पर गंभीर दबाव देखा गया। ट्रंप प्रशासन ने कई बार USAID के बजट में कटौती करने की योजना बनाई थी और अंतर्राष्ट्रीय मदद में भी कटौती की बात की थी। WHO (World Health Organization) से अमेरिका का नाम वापस लेने के बाद, ट्रंप प्रशासन ने यह भी संकेत दिया था कि USAID को विदेश मंत्रालय के अधीन एक शाखा के रूप में विलय किया जा सकता है। इस बदलाव के पीछे ट्रंप प्रशासन का उद्देश्य अमेरिकी सरकार के खर्चों में कटौती और अंतर्राष्ट्रीय विकास एजेंसियों की प्रभावशीलता में सुधार करना था। हालांकि, इस तरह के कदमों से USAID के कर्मचारियों और अंतर्राष्ट्रीय साझेदार देशों में निराशा और चिंता पैदा हुई थी।
क्या USAID के बंद होने से दुनिया पर असर पड़ेगा?
अगर USAID जैसी महत्वपूर्ण एजेंसी बंद हो जाती है, तो इसका सबसे ज्यादा असर विकासशील देशों पर पड़ेगा। इन देशों में USAID के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं, जैसे कि स्वास्थ्य सेवाएं, शिक्षा, और आर्थिक सहयोग।
स्वास्थ्य: अगर USAID बंद हो जाता है, तो लाखों लोगों के इलाज और टीकाकरण कार्यक्रमों में रुकावट आ सकती है।
शिक्षा: विकासशील देशों में स्कूलों की स्थापना और शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद बंद हो सकती है।
आर्थिक विकास: जो देशों में USAID छोटे और बड़े व्यापारों को समर्थन देता है, वहां विकास रुक सकता है।
इससे यह भी संभावना है कि नैतिक और आर्थिक दोनों ही दृष्टिकोण से इन देशों की स्थितियों में सुधार रुक जाएगा।
क्या USAID में सुधार संभव है?
एलन मस्क और ट्रंप प्रशासन ने जिस तरह USAID पर सवाल उठाए हैं, उसे देखते हुए कुछ लोग मानते हैं कि इस संस्था में सुधार की आवश्यकता हो सकती है। हालांकि, इसके कामों के महत्व को नकारा नहीं जा सकता, लेकिन इसके संचालन में सुधार किया जा सकता है, ताकि सरकार के खर्चों का और प्रभावी तरीके से इस्तेमाल हो सके।
यदि USAID और अन्य सरकारी एजेंसियों का काम सही दिशा में हो और उनमें पारदर्शिता हो, तो न केवल अमेरिका की छवि पर असर पड़ेगा, बल्कि यह दुनिया भर के विकासशील देशों की मदद में भी सुधार करेगा।
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