why market is falling

why market is falling: शेयर बाजार में भारी गिरावट, क्या यह मौका है या खतरा?

why market is falling:  आज शेयर बाजार में निवेशकों को बड़ा झटका लगा है। BSE Sensex में 930 अंकों की गिरावट आई, और यह 80,220 पर बंद हुआ। वहीं, Nifty 50 इंडेक्स 3o9 अंक यानी 1.24% गिरकर 24,472.10 के स्तर पर पहुंच गया। इस गिरावट ने निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन कंपनियों के शेयरों में भारी नुकसान हुआ है जो बाजार के टॉप लिस्ट में शामिल हैं। Nifty बैंक भी 705 अंकों से अधिक टूट गया, जिससे पूरे बाजार में बेचैनी फैल गई है।

बीएसई सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में गिरावट

आज बीएसई सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से केवल ICICI बैंक के शेयर ही हरे निशान में रहे। बाकी सभी 29 कंपनियों के शेयर रेड जोन में कारोबार कर रहे थे। इनमें से महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) के शेयर में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई, जो 3.29 प्रतिशत नीचे गिर गया। इसके अलावा JSW Steel, बजाज फाइनेंस, एल एंड टी, मारुति सुजुकी, इंडसइंड बैंक, टाटा मोटर्स और एसबीआई जैसे प्रमुख शेयरों में भी लगभग 3% तक की गिरावट आई।

NSE में अधिकतर शेयरों में गिरावट

NSE के 2,825 शेयरों में से 299 शेयरों में हल्की बढ़ोतरी देखने को मिली, जबकि 2,466 शेयर भारी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। 60 शेयरों की कीमत में कोई बदलाव नहीं हुआ। इस दौरान 48 शेयरों ने 52 हफ्ते का नया हाई बनाया, जबकि 150 शेयरों ने 52 हफ्ते के निचले स्तर को छुआ। इसके अलावा 49 शेयर अपर सर्किट पर और 309 शेयर लोअर सर्किट पर रहे।

सेक्टरों में गिरावट की वजह

आज निफ्टी बैंक और हेल्थ सेक्टर सहित कई अन्य क्षेत्रों में भारी गिरावट देखी गई। पीएसयू बैंक सेक्टर में 4.47% की गिरावट आई है, जबकि स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों में गिरावट और भी गहरी है। बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 2,186.12 अंक गिरा, वहीं BSE मिडकैप में 1,214.83 अंक की गिरावट आई।

क्रम संख्या कारण विवरण
1 कमजोर नतीजे कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजे शेयर बाजार को निराश कर रहे हैं, जिससे शेयरों की डाउनग्रेडिंग हुई है और बिकवाली बढ़ी है।
2 FIIs की ओर से ऐतिहासिक बिकवाली विदेशी निवेशकों ने इस महीने में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की है, जो शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ी बिकवाली है।
3 वैल्यूएशन को लेकर चिंता मार्केट की वैल्यूएशन को लेकर चिंता है, खासकर मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों को महंगा बताया जा रहा है।
4 रिटेल और HNI में घबराहट रिटेल और HNI निवेशक बाजार में गिरावट को लेकर घबराहट महसूस कर रहे हैं, जिससे निवेश sentiment कमजोर पड़ा है।

बिखर गए ये 10 स्‍टॉक 

कंपनी का नाम गिरावट (%) बंद मूल्य (रुपये/शेयर)
वर्धमान होल्डिंग्स 14.22% 4,549.90
GRSE (ग्रेटर कोलकाता शिपयार्ड) 12.34% 1,581.65
अंबर इंटरप्राइजेज इंडिया 11.31% 5,627.05
जना स्मॉल फाइनेंस बैंक 11% 457.50
मझगांव डॉक शिपयार्ड 10% 4,206.00
सुप्रीम इंडस्‍ट्रीज 10.48% 4,485.00
मैंगलोर रिफाइनरी 7% 147.00
एसजेवीएन 6.23% 111.95 
एनएलसी इंडिया 6.77% 242.90 
पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) 7% 95.00

निवेशकों के पोर्टफोलियो में भारी नुकसान

शेयर बाजार में इस गिरावट के कारण निवेशकों के पोर्टफोलियो पर भारी दबाव पड़ा है। निवेशकों के लगभग 8.51 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन भी घटकर 4,45,13,502 करोड़ रुपये रह गया, जबकि कल यह 4,53,65,023.74 करोड़ रुपये था। इस नुकसान ने निवेशकों को चिंता में डाल दिया है और अब वे भविष्य को लेकर आशंकित हैं।

निवेशकों के लिए क्या कदम उठाना चाहिए?

हालांकि इस गिरावट से बाजार में कुछ चुनिंदा अवसर भी उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों को इस समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। लंबे समय के लिए निवेश करने वाले निवेशक इसे एक अस्थायी उतार-चढ़ाव मान सकते हैं, लेकिन जो निवेशक त्वरित लाभ की तलाश में हैं, उन्हें इस गिरावट में जोखिम से बचने की सलाह दी जाती है।

विशेषज्ञों का कहना है कि स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों में इस गिरावट के साथ और भी अधिक जोखिम है, और इन शेयरों में निवेश करने से पहले निवेशकों को पूरी जानकारी और रिस्क का आंकलन करना चाहिए।