पश्चिम बंगाल विधानसभा

पश्चिम बंगाल विधानसभा में महिला विधायक का माइक बंद, बीजेपी विधायकों ने किया वॉकआउट

पश्चिम बंगाल विधानसभा में अब बीजेपी की महिला विधायक का माइक बंद करने का आरोप लगा है। जिसके बाद विधानसभा में बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा मचाया है। इतना ही नहीं बीजेपी विधायकों ने विधानसभा की कार्यवाही का वॉकआउट किया है। बीजेपी विधायकों का कहना है कि जानबूझकर उनके साथी का माइक बंद किया गया है।

विधानसभा में माइक बंद

जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल विधानसभा में बुधवार को बीजेपी विधायक तापसी मंडल का माइक्रोफोन कथित तौर पर बंद कर दिया गया है। जिसके बाद बाद विधानसभा में मौजूद बीजेपी नेता महिला उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए वॉकआउट किया है। वहीं बीजेपी विधायक विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बता दें कि इसके पहले माइक बंद करने का मुद्दा राष्ट्रीय राजनीति में भी उठ चुका है। वहीं लोकसभा में कांग्रेस ने अध्यक्ष पर माइक बंद करने का आरोप लगाया था, तो मंगलवार को संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में राहुल गांधी ने भी माइक बंद करने का आरोप लगाया था।

महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार

बीजेपी विधायक शंकर घोष ने कहा कि आरजी कर घटना के बाद भी हमारे राज्य में महिलाओं और बच्चों पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि शारीरिक यातना और हत्याएं बढ़ रही हैं। इसके खिलाफ हमारी महिला विधायकों ने आज विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव पेश किया है। उन्हें इस स्थगन प्रस्ताव का संपादित भाग पढ़ने की अनुमति है, लेकिन चर्चा की अनुमति नहीं दी गई है।

बीजेपी विधायक का माइक बंद?

बीजेपी विधायक शंकर घोष ने कहा कि जब हमारे विधायक तापसी मंडल, शिखा चटर्जी, मालती रावा, चंदना बाउरी सभी ने विरोध किया, तो तापसी मंडल का माइक बंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि दरअसल तापसी मंडल का जो माइक्रोफोन बंद किया गया है, वह असल में पश्चिम बंगाल की कई महिलाओं और बच्चों का माइक्रोफोन था। शंकर घोष ने कहा कि उन्हें चुप करा दिया गया है। उन्होंने कहा कि स्पीकर के व्यवहार के विरोध में उन्होंने वॉकआउट किया है।

विपक्ष के मुंह पर सेलोटेप

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए शंकर घोष ने कहा कि दरअसल सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विपक्ष के चेहरे पर सेलोटेप लगाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि आज स्पीकर ने ममता बनर्जी की बात सुनकर वैसा ही किया।