भारत में भड़काऊ भाषण, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोपों में वांटेड इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को पाकिस्तान की सरकार ने निमंत्रण भेजा है। जाकिर, अपने बेटे शेख फारुख नाइक के साथ, अगले महीने 5 अक्टूबर को पाकिस्तान जा रहे हैं।
इस बीच, जाकिर ने पाकिस्तान के एक यूट्यूबर के साथ बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपने भारत जाने, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कश्मीर के मुद्दे पर चर्चा की। मलेशिया में रह रहे जाकिर नाइक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक ट्वीट के जरिए अपने पाकिस्तान दौरे की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सरकार के निमंत्रण पर वह और उनका बेटा वहां जा रहे हैं।
इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि पाकिस्तान जाने से पहले उन पर भारत से जुड़े आरोप लगते रहे हैं, लेकिन उनका पाकिस्तान के प्रति गहरा लगाव है। जाकिर ने कहा, “पहले जब मैं पाकिस्तान जाता था, तो भारत के लोग मुझ पर आरोप लगाते थे कि मैं आईएसआई से मिला हुआ हूं। लेकिन मैं पाकिस्तान से मोहब्बत करता हूं।”
पाकिस्तानी दूतावास के साथ संबंध
जाकिर ने खुलासा किया कि उन्होंने दुनिया के सबसे ज्यादा पाकिस्तानी एंबेसडर से मुलाकात की है। उन्होंने कहा, “सऊदी अरब, यूएई—हर जगह मुझे पाकिस्तानी दूत के साथ बातचीत करने का मौका मिला।” वह यह भी मानते हैं कि 2019 से उन्हें भारत जाने की संभावना कम हो गई थी। कोविड-19 महामारी के कारण उनकी 2020 में पाकिस्तान जाने की योजना भी रद्द हो गई थी।
भारत में वापस आना चुनौतीपूर्ण
जाकिर ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, “इंडिया जाना तो आसान है, लेकिन बाहर निकलना मुश्किल है। वहां पहुंचने पर सभी रेड कार्पेट बिछाएंगे, लेकिन वापस लौटने पर मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मैं उनकी लिस्ट में नंबर 1 आतंकवादी हूं।” यह स्पष्ट करते हुए कि वह भारत में अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, जाकिर ने कहा कि वहां पर उनकी सुरक्षा को लेकर कोई निश्चितता नहीं है।
मोदी और इस्लाम के दुश्मनों पर टिप्पणी
इंटरव्यू में जाकिर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि मोदी की सरकार के कारण कुछ सकारात्मक काम भी हुए हैं। जाकिर ने उल्लेख किया, “जो लोग इस्लाम के दुश्मन हैं, उनसे भी कई अच्छे काम करवा लिए गए हैं।” इसके साथ ही उन्होंने मोदी की पॉपुलैरिटी में गिरावट की बात भी कही और कहा कि 10 साल पहले मोदी की स्थिति बहुत अच्छी थी, लेकिन अब उनकी पॉपुलैरिटी कम हो गई है।
बताई हकलाने की कहानी
अपने बचपन के बारे में बात करते हुए, जाकिर ने बताया कि वह मुंबई में बड़ा हुआ और हमेशा शरारती रहा। उन्होंने यह स्वीकार किया कि वह बचपन से ही हकलाते रहे हैं। पब्लिक स्पीकिंग में उन्हें हमेशा पास-फेल मिलता था। जाकिर ने बताया कि वह एक क्रिश्चियन स्कूल में पढ़ाई करता था, जहां 80 फीसदी बच्चे मुसलमान थे। कॉलेज में उन्होंने रेसिंग में गोल्ड मेडल भी जीता था।
क्रिकेट पर दी अपनी राय
इंटरव्यू में जाकिर ने क्रिकेट को ‘वेस्ट ऑफ टाइम’ बताया और कहा कि इस खेल में एक्सरसाइज नहीं होती। उन्होंने कहा कि भारत में बड़े खेल का मजा आता था, जिसमें 25 फीसदी नॉन-मुस्लिम लोग भी शामिल होते थे। जाकिर ने यह भी बताया कि उन्होंने बांग्लादेश कभी नहीं देखा।
भारत में वांटेड जाकिर नाइक
भारत में जाकिर नाइक पर नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के कई मामले चल रहे हैं। वर्तमान में वह मलेशिया में अपने प्रोपगेंडा को आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने अपने पाकिस्तान दौरे के बारे में सोशल मीडिया पर भी जानकारी साझा की है।